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रेलवे की ‘१८२’ हेल्पलाइन शुरू : हररोज १०० शिकायत

रेलवे में यात्रा कर रहे लाखों यात्रियों के लिए राहत का समाचार है । उनको होती कोई भी परेशानी या इसके निराकरण के लिए ‘१८२’ हेल्पलाइन कार्यरत हो गई है । रेलवे सूत्रों के बताये अनुसार पिछले तीन दिन के दौरान हररोज के १०० शिकायत से ज्यादा कोल ‘१८२’ हेल्पलाइन के लिए मिल रही है । रेलवे में यात्रा करते यात्रियों के चोरी हो जाना, मोबाइल चोरी हो जाना या सामान भूल जाना जैसे अन्य यात्रियों का सामान उतर जाने के बाद भी रह गया हो रेलवे स्टेशन पर उतरने का हो इसकी अपेक्षा पहले उतर जाना, ट्रेन छूट जाने सहित की कई शिकायतें या दुविधा के लिए टोल फ्री नम्बर १८२ हेल्पलाइन शुरू हुई है । इस बारे में मिली जानकारी के अनुसार, ‘१८२’ हेल्पलाइन पर आते अधिकतर कोल मोबाइल और बैग चोरी के मिलते है । इतना ही नहीं ३० फीसदी कोल फोल्स कोल आते होने का रेलवे विभाग ने बताया था । हजारों ट्रेन में यात्रा करते लाखों यात्रियों को यात्री के दौरान सुरक्षा से संबंधित समस्या के लिए तत्काल मदद मिले इसके लिए प्रायोगिक स्तर पर दो वर्ष पहले कई डीविजन में रेलवे बोर्ड द्वारा यह हेल्पलाइन शुरू की गई थी । यात्रियों का यह हेल्पलाइन पर अच्छा रिस्पोन्स मिल रहे होने की वजह से इसे आधिकारिक हेल्पलाइन जारी किया गया है । इसी वजह से अन ऑथोराइजड लोगों की परेशानी, छेड़छाड़ जैसी कोई भी समस्या के लिए राउन्ड ध क्लोक काम करते डीविजनल सिक्योरिटी कंट्रोलरुम यात्रियों का फोन रिसीव करेंगे और ट्रेन में चल रहे एस्कोर्ट टीम को जानकारी देंगे एस्कोर्ट टीम तुरंत संबंधित व्यक्ति के पास पहुंच जाएंगे और इसके मददरूप होंगे । वर्ष २०१५ में १५१२ नंबर की हेल्पलाइन शुरू की गई थी । इसके अलावा कोई भी समस्या के लिए १८००२३३००४४ छेड़छाड़ और अपराध की शिकायत के लिए १८००२३३२५३४ रेलवे पूछताछ के लिए १३९, सफाई भोजन मेन्टेनन्स जैसी समस्या के लिए १३८ ट्रेन में होते अपराध की जानकारी देने के लिए १८२ और अपराध की डायरेक्ट शिकायत के लिए हेल्पलाइन थी ।

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