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बच्चो की देखभाल करने वाले पिता की संख्या बढ़ी : सर्वेक्षण

भारत में अपने बच्चों की नियमित देखभाल में भूमिका निभाने वाले पिताओं की संख्या बढ़ रही है । हाल ही में हुए एक सर्वेक्षण से यह बात सामने आई है । मुंबई स्थित पोदार इंस्टीट्युट औफ एजुकेशन की और से हुए सर्वेक्षण में यह पता चला है कि बच्चों की देखभाल में पिता ज्यादा सक्रियता से शामिल हो रहे हैं लेकिन इनमें से बड़ी संख्या ऐसे पिताओं की है जो अकेले बच्चों की देखभाल नहीं कर पाते और उन्हें इसके लिए अपने पत्नी की जरूरत पड़ती है । इस शोध के अनुसार, बच्चों की देखभाल को लेकर सर्वेक्षण ने कई तरह की परंपरिक धारणाओं को तोड़ा है । मांओ की समान्य शिकायत रहती है कि पिता बच्चों की रोजाना देखभाल में शामिल नहीं होते हैं और उन्हें अकेले ही यह काम करना पड़ता हैं । इस सर्वेक्षण में ४८०० पिताओं ने हिस्सा लिया था । सर्वेक्षण के अनुसार ७० फीसदी ऐसे पिता है, जो काम पर जाने के लिए यात्रा दुरी को कम करने की कोशिश कर रहे है ताकि वह अपने बच्चों के साथ अधिक समय व्यतीत कर सकें । वहीं ६५ फीसदी ऐसे पिता हैं जो अपने बच्चों के साथ दो या इससे ज्यादा घंटे बिताते है । इस सर्वे के अनुसार अब पिता को इस बात की जानकारी होती है उनके बच्चे किस स्कूल में पढ़ते हैं या किस क्लास में पढ़ते हैं । यहां तक कि वह बच्चों के ओपन हाउस और कार्यक्रमों में हिस्सा भी लेते है । सर्वेक्षण के अनुसार पिता द्वारा बच्चों को दिए जाने वाले समय , स्कूल द्वारा दिए जाने वाले कामों में मदद करने में सुधार की गुंजाइश है।

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