प्रद्युम्न ठाकुर मर्डर मामले में हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे है । प्रद्युम्न हत्या मामले में सीबीआई द्वारा हिरासत में लिया गया रायन इंटरनैशनल स्कूल का छात्र लगातार अपने बयान भी बदल रहा है । दो दिन पहले जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने कहा था कि आरोपी ११वीं के छात्र ने प्रद्युम्न की हत्या की बात कबूल कर ली है । बोर्ड ने यह भी बताया कि छात्र ने कैसे उसकी हत्या की । बाद में आरोपी छात्र अपने बयान से पलटता नजर आया और उसने चाइल्ड प्रोटेक्शन अधिकारी को बताया कि उसे जान बुझकर इसमें फंसाया जा रहा है और उसने किसी की हत्या नहीं की है । आरोपी १६ वर्षीय छात्र के पिता ने बातचीत में सीबीआई पर उसके बेटे को फंसाने का आरोप लगाया । पिता ने कहा कि उनके बेटे को अपराध स्वीकार करने के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है, जो उसने किया ही नहीं है । उन्होंने कहा कि सीबीआई अधिकारी अपराध स्वीकार नहीं करने पर उनके पुरे परिवार की गोली मारने की धमकी दे रही थी । उन्होंने कहा कि सीबीआई की इस धमकी के बाद उनके बेटे ने अपराध स्वीकार नहीं करने पर उनके पुरे परिवार को गोली मारने की धमकी दे रही थी । उन्होंने कहा कि सीबीआई की इस धमकी के बाद उनके बेटे ने अपराध स्वीकार कर लिया । उधर, कहा जा रहा है कि आरोपी छात्र ने सीपीओ के सामने सोमवार को प्रद्युम्न की हत्या नहीं करने की बात कही है । सीपीओ अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर बताया, छात्र शांत दिख रहा था । मैंने उससे कहा कि मैं सीपीओ हूं । कृपया बिना किसी भय के मुझे सारी बात बताओं । तब छात्र ने कहा कि उनसे किसी की हत्या नहीं की है । उसे फंसाया जा रहा है । ८ नवम्बर को छात्र को हिरासत में लिए जाने के समय सीबीआई ने कहा था कि छात्र ने अपने पिता और जांचकर्ताओं के सामने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है । सीपीओ ने बताया कि आरोपी छात्र ने कहा कि उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह डर गया था । सीपीओं ने कहा, जांचकर्ताओं ने उसे मारा-पीटा और प्रताड़ित किया था । सीबीआई ने पुछताछ के दौरान जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के किसी सदस्य को वहां मौजुद नहीं रहने दिया था । मुझे नहीं पता कि क्या यही प्रक्रिया है । लेकिन सीबीआई ने प्रवक्ता ने प्रताड़ना के दावे को सिरे से खारिज कर दिया है । प्रवक्ता ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, सीबीआई इस तरह के हथकंड़े किसी पर इस्तेमाल नहीं करतकी है ।
आरोपी छात्र ने अपने पिता और वेलफेयर अधिकारी के सामने अपना अपराध कबूल किया था । गत शनिवार को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के एक सदस्य ने कहा था कि ११वीं क्लास में पढ़ने वाले आरोपी छात्र ने पुछताछ में बताया था कि यह प्रद्युम्न को जानता था और दोनों एकसाथ पियानो क्लास अटेंड करते थे । इसी जान पहचान के कारण ही वह ८ सितंबर को प्रद्युम्न को वोशरुम ले गया था । सीबीआई ने दावा किया था कि आरोपी छात्र ने पीटीएम और परीक्षा रुकवाने के लिए प्रद्युम्न की हत्या की थी ।