अहमदाबाद शहर में इस वर्ष मोनसून की मौसम में औसत १२ इंच बारिश हो चुकी है ऐसे समय में अन्य मक्खीजनित महामारी के साथ इस वर्ष में जीका वाइरस के केस की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि होने की संभावना के बीच अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन संचालित अस्पतालों में लिया जाता ब्लड सीरम में शंकास्पद जीका वाइरस के लक्षण की जांच के लिए यह लिए गए सेम्पल बीजे मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए भेजा जाता है क्या यह मामले से भी मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी अनजान है । इस बारे में जानकारी यह है कि, अहमदाबाद शहर में वर्ष-२०१६ में गत नवम्बर महीने में शहर के बापूनगर क्षेत्र से सबसे पहले जीका वाइरस का शंकास्पद केस सामने आया था । बाद में इस वर्ष की शुरूआत में शहर के नारणपुरा वोर्ड में स्थित गोपालनगर में एक गर्भवती महिला और स्टेडियम वोर्ड में एक बुजुर्ग का लिया गया ब्लड सेम्पल में जीका वाइरस के लक्षण दिखाई दिए थे । यह गंभीर मामले को उस समय में राज्य में वाइब्रन्ट ग्लोबल इन्वेस्टर समिट और उसके बाद आयोजित की गई आफ्रीकन देशों की बैंक कॉन्फरन्स को ध्यान में रखकर दबा दिया गया था । इस वर्ष मई महीने में विश्व स्वास्थ्य संस्था हू द्वारा भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय को कड़ी चेतावनी देते हुए अहमदाबाद शहर से मिला जीका वाइरस के तीन केस मामले में खुलासा किया गया था इतना ही नहीं लेकिन यह मामले में जनजागृति के कार्यक्रम भी आयोजित करने की सूचना दी गई थी । लेकिन यह मामले का अभी तक कोई भी प्रकार से लागू नहीं किया गया है । दूसरी तरफ अहमदाबाद शहर में गत वर्ष एडीस ईजीप्ती मच्छर द्वारा फैलता डेन्ग्यु और चिकनगुनिया के कुल मिलाकर ५९६ केस दर्ज किए गए होने का म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन का हेल्थ डेटा कहता है । यह केस शहर के सिर्फ ८ वोर्ड के और म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन संचालित अस्पतालों के ही है यदि यह आंकड़े में निजी अस्पतालों या सरकारी अस्पताल के आंकड़े को जोड़ा जाए तो यह संख्या अभी ज्यादा होने की संभावना है ।
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