नई कर व्यवस्था के तहत सैनिटरी नैपकिन पर लगे १२ फीसदी जीएसटी से सोनागाछी की सेक्स वर्कर्स प्रभावित हो रही है । यह एशिया का सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया है । सैनिटरी नैपकिन पर लगे इस कर से वह पुराना समय लौट सकता है जब सेक्स वर्कर्स नैपकिन का उपयोग करने को लेकर अनिच्छुक रहती थीं । दरबार महिला समन्वय कमिटी के एक अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य और सफाई के बारे में लगातार चलाए गए जागरुकता अभियान के बाद महिलाओं ने १० साल पहले सैनिटरी पैड का उपयोग करना शुरू किया था, लेकिन सैनिटरी नैपकिन के दाम बढ़ने से सारे अच्छे कार्य खत्म होने की आशंका पैदा हो गई है । दरबार महिला समन्वय कमिटी (डीएमएससी) राज्य की सेक्स वर्कर्स का मुख्य संगठन है ।इस संगठन में १,३०,००० से ज्यादा पंजीकृत सदस्य है ।