कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने बुधवार को राज्य के किसानों की कर्ज माफी की घोषणा कर दी हैं । भाजपा राज्यों द्वारा किसानों की कर्ज माफी के बाद सीएम सिद्धारमैया पर भी लोन माफी का दबाव बढ़ रहा था । कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में सीएम से राज्य के किसानों की मदद की अपील की थी । राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव भी होने हैं । हालांकि कर्नाटक की कर्ज माफी का लाभ को ऑपरेटिव बैंक से ५० हजार तक के लोन लेने वाले किसानों को ही मिलेगा । बता दें कि राहुल गांधी ने कुछ दिन पहले पार्टी की बैठक में सिद्धारमैया के गवर्नेस की तारीफ करते हुए कहा था भाजपा ने किसानों की उपेक्षा की हैं । अब कर्नाटक सरकार के लिए यह जरुरी हैं कि वह किसानों की मदद करे । मुझे भरोसा है कि यहां सीएम किसानों की समस्याओं को सुनकर उनकी मदद करते हैं। कांग्रेस के एक सीनियर नेता ने नाम जाहिर नहीं किए जाने की शर्त पर बताया था कि निश्चित तौर पर इसका मतलब यह है कि सीएम को लोन माफ करना चाहिए। सिद्धारमैया ने इस मुद्दे पर अब तक अपना रुख साफ नहीं किया हैं, लेकिन किसानों का लोन माफ करने के लिए उन पर दबाव है, क्योंकि यूपीए सरकार ने २००८ में ७२००० करोड़ का लोन माफ किया था । सिद्धारमैया ने चिट्ठी लिखकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली से उन कर्जो को माफ करने की मांग थी, जो कर्नाटक के किसानों ने राष्ट्रीयकृत बैंकों से लिया हैं । यह राज्य के किसानों के कुल ५०००० करोड़ के कर्ज का ८० फीसदी हैं ।