एयर इंडिया को निजीकरण करने के मुद्दे पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि एयर इंडिया का निजीकरण जरूरी है। हमारे पास कोई अन्य विकल्प नहीं है। हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि कुछ समय से एयर इंडिया का कर्ज बढ़ता ही जा रहा है, जिसे अब जारी नहीं रखा जा सकता है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री पुरी ने यह बात एक संवाददाता सम्मेलन में कही है। नागर विमानन मंत्रालय विमानन क्षेत्र के लिए नोडल (प्रमुख) मंत्रालय है। वह विनिवेश विभाग का प्रभारी नहीं है।उन्होंने कहा कि एअर इंडिया प्रथम श्रेणी की एयरलाइन है लेकिन उसके निजीकरण को लेकर कोई दो राय नहीं है।केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि हम जल्द से जल्द एअर इंडिया के विनिवेश की कोशिश कर रहे हैं। एयरलाइन किरायों को विनियमित करने की कोई योजना नहीं। एयरलाइन कंपनियों की खराब वित्तीय हालत के लिए केवल मूल्य स्पर्धा की जिम्मेदार नहीं है। यह कई कारणों में से एक है। आपको बताते जाए कि एयर इंडिया को ज्यादा ऑपरेटिंग कॉस्ट और विदेशी मुद्रा में घाटे के चलते भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। इन हालातों में एयर इंडिया तेल कंपनियों को ईंधन का बकाया नहीं दे पा रही हैं। हाल ही में तेल कंपनियों ने ईंधन सप्लाई रोकने की भी धमकी दी थी। लेकिन फिर सरकार के हस्तक्षेप से ईंधन की सप्लाई को वापस शुरू कर दिया गया था।