जेतपुर तहसील के मेवासा गांव में खेती वाले जामकंडोरणा गांव के मोटा भादरा गांव की तरफ से हिरेन गोविंदभाई राठोड (उम्र.२५) नाम के किसान युवक ने बेमौसम बारिश से फसल नष्ट हो जाने पर जहरीली दवा पीकर आत्महत्या कर लेने से सनसनी मच गई । फिलहाल में बेमौसम बारिश को लेकर राज्यभर में किसानों पर फसल नुकसान और फसल नष्ट हो जाने की प्राकृतिक आपदा को लेकर किसान काफी चिंतित हो गये है तब एक के बाद एक किसान की आत्महत्या की घटनाएं सामने आने पर राज्य के किसानों में भी कड़ी प्रतिक्रिया हुई है । किसानों ने तुरंत अब इस संकट के समय में किसानों को तुरंत मुआवजा की सहायता चुकाने और प्रस्तुत केस में मृतक किसान के परिजनों को पर्याप्त और उचित सहायता चुकाने के लिए मांग की गई है । जेतपुर के मेवासा गांव में जामकंडोरणा गांव के मोटा भादरा के निवासी हिरेन राठोड किसान परिवार में दो भाईयों में छोटा था और अब महंगाई के समय में बड़ा भाई मजदूरी करे और खुद खेती करके परिवार का गुजारा करता था । जिसमें गत वर्ष नहीं के बराबर बारिश की वजह से उधार लेकर बुवाई की गई फसल नष्ट हो जाने पर जैसे-तैसे करके पूरा वर्ष गुजार दिया । फिर से अच्छी फसल की अपेक्षा से बुवाई की जिसमें अच्छी बारिश की वजह से अच्छी फसल की उम्मीद जगी तब बेमौसम बारिश ने अच्छी फसल पर पानी फीर गया जिसकी वजह से अपने नजर के सामने फसल का नष्ट हो जाने से काफी परेशानी में पड़ गया किसान पुत्र हिरेन को अब क्या करूंगा यह विचार करके चिंता में चिंता अपने ही खेत में जहरीली दवा पीकर आत्महत्या कर ली । मोटा भादरा गांव के सरपंच अश्विनभाई अटाला ने बताया कि, मोटाभादर के हिरेन गोविंदभाई ने अपने मेवासा गांव में स्थित खेती की जमीन में फसल खराब हो जाने पर नुकसान उठाने पर उधार के बोझ के नीचे दब जाने की वजह से आत्महत्या की हो यह उनके परिजनों के साथ बात करने पर जानकारी मिली ।
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