अहमदाबाद शहर के ४० से ज्यादा वर्ष पुराने म्युनिसिपल स्टाफ क्वाटर्स को अब रि-डेवलप किया जाएगा । १० क्वार्टर्स के १७० से ज्यादा ब्लोक के ४००० से ज्यादा मकानों को रि डेवलपमेन्ट किया जाएगा । तीन क्वार्टर्स की नीविदा को मंजूर किया गया है, जबकि बाकी के नीविदा की प्रक्रिया चल रही है । हालांकि, नये क्वार्टर्स के बदले अब सात मंजिल का नया फ्लैट बनाया जाएगा । शहर में कई जर्जर और भयजनक कई मकान धराशायी हो गये है । हाउसिंग बोर्ड तथा म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के भयजनक मकानों का सर्वे करने के बाद इसी स्थल पर नागरिकों को नये मकान देने की नीति का कार्यान्वयन हो रहा है । जिसे तहत म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने रि-डेवलपमेन्ट ऑफ पब्लिक हाउसिंग (पीपीपी) योजना के तहत म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने स्ट्रक्चर इंजीनियरों की टीम तैयार कराकर २८ जगहों का सर्वे किया गया था । जिसमें १० क्वार्टर्स में स्थानीय निवासियों की मंजूरी के बाद रि डेवलपमेन्ट के लिए प्रक्रिया शुरू की गई है । पीपीपी योजना में बिल्डर द्वारा ५० करोड़ रुपये या इसके ज्यादा रकम या ज्यादा टीडीआर की मांग की जाए तो ऐसे मामले में राज्य सरकार की मंजूरी जरूरी होगी । जिसकी वजह से ओढव के शिवम आवास योजना के लिए प्रपोजल राज्य सरकार के समक्ष की मंजूरी के लिए भेजा गया है । रि डेवलपमेन्ट होने वाले १० क्वाटर्स में सात मंजिल के ब्लोक बनाये जाएंगे । स्थानीय निवासियों की वर्तमान मूल निर्माणकाम के सामने ४० फीसदी ज्यादा निर्माणकाम दिया जाएगा । नया जीडीसीआर को ध्यान में लेकर भविष्य में १० मंजिल के ब्लोक बनाने के लिए भी विचार किया जा रहा है नये फ्लैट बनने की वजह से स्थानीय निवासियों को भी लाभ होगा यह निश्चित है ।
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