मेरठ के पुलिस महानिरीक्षक के निर्देश पर मंगवार की देर रात मिलावटी डीजल-पेट्रोल बनाने वालों का भांड़ाफोड़ कर दिया गया । साथ ही दो लाख १० हजार लीटर माल बरामद करके १० लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है । बुधवार को मिलावटी तेल बिक्री के आरोप में कुछ पेट्रोल पंपों की चेकिंग की गई । खामियां मिलने पर तीन पंपों को सील कर दिया ।
पुलिस का कहना है कि अभी जांच की जा रही है कि नकली तेल बनाकर उसकी सप्लाई किस-किस प्रदेश में हो रही थी । फिलहाल हरियाणा और पंजाब के अलावा कई दूसरे प्रदेशों में भी सप्लाई होने की जानकारी मिल रही है । मेरठ के आईजी आलोक सिंह का कहना है कि कितने पेट्रोल पंप पर मिलावटी तेल की सप्लाई हो रही थी, इसका जल्द खुलासा कर दिया जाएगा । फिलहाल रोडवेज अड्डा, टीपीनगर और बेगमपुल के तीन पेट्रोल पंपों को सील कर दिया है । गौरतलब है कि मंगलवार को मेरठ में परतापुर और टीपीनगर के औद्योगिक एरिया में नकली पेट्रोल-डीजल बनाने वाले गिरोह पकड़ा गया था । थिनर और सॉलवेंट में रंग मिलाकर नकली पेट्रोल और डीजल तैयार कर पेट्रोल पंप और दुकानों पर सप्लाई किया जाता था । आईजी रेंज आलोक सिंह के मुताबिक, गणपति पेट्रो के नाम से प्रदीप गुप्ता और लवकुश की फैक्ट्री, राजीव जैन की पारस केमिकल फैक्ट्री में छापा मारकर करीब २.१० लाख लीटर के तेल के अलावा काफी थिनर और सॉल्वेंट बरामद हुआ था, जिससे रंग मिलाकर नकली पेट्रोल-डीजल बनता था । गणपति पेट्रो फैक्ट्री के मालिक प्रदीप गुप्ता, आकाश गर्ग, आनंद प्रकाश, रविंद्र कुशवाहा, राजवीर, राजकुमार, पारस केमिकल फैक्ट्री मालिक राजीव जैन, श्वेत, उमेश और तफशीराम को गिरफ्तार किया है ।
પાછલી પોસ્ટ