केंद्र सरकार द्वारा धारा 370 को हटाने के फैसले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर रेल सेवा पर भी पड़ने लगा है। समझौता एक्सप्रेस के बाद अब भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली दूसरी ट्रेन सेवा थार एक्सप्रेस पर भी रोक लगा दी गई है। पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद अहमद ने शुक्रवार को इसका ऐलान किया है। थार एक्सप्रेस बाड़मेर के मुनाबाओ से पाकिस्तान के सिंध प्रांत स्थित खोखरापार के बीच चलती है। वीरवार देर जोधपुर स्थित भगत की कोठी रेलवे स्टेशन से रवाना हुई थार लिंक एक्सप्रेस लगभग खाली गई थी। इसमें महज 42 यात्रियों ने ही बुकिंग करवाई थी। जबकि हर सप्ताह इस ट्रेन में यात्रियों की संख्या 300 से 700 तक रहती है।
18 फरवरी, 2006 थार एक्सप्रेस को तत्कालीन केंद्रीय रेल मंत्री लालूप्रसाद यादव ने शुरू कराया था। यह ट्रेन जोधपुर से रवाना होकर मुनाबाव और जीरो पॉइंट तक जाती है। उधर, मीरपुर खास से खोखरापार तक पाकिस्तान की ओर से ट्रेन आती है। वर्ष 2006 के बाद अब तक कुल 27 फेरे इस ट्रेन के रद्द हुए हैं। 2006 में बाड़मेर के कवास में बाढ़ के दौरान भी इसे रद्द किया गया था। 5 अगस्त केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाली धारा 370 को समाप्त कर दिया था। जिसके बाद बौखलाए पाकिस्तान ने भारत-पाक के बीच व्यापारिक संबंध भी तोड़ दिए हैं। इसका असर हवाई सेवाओं के साथ अब रेल सेवा पर भी पड़ने लगा है। पाक ने वीरवार को समझौता एक्सप्रेस को भी बंद कर दिया था।