अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर सरकार को बड़ा झटका लगा है । बुधवार को जारी आधिकारिक आकंड़ों के मुताबिक, ८ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर जून में बेहद सुस्त रही । जून में इन उद्योगों की वृद्धि दर महज ०.२ फीसदी रही, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह ७.८ फीसदी रही थी । कोर सेक्टर में यह सुस्ती मुख्य रूप से तेल से जुड़े सेक्टर्स और सीमेंट उत्पादन में भारी कमी की वजह से आई है । सरकार ने हाल ही में मई के आंकड़ों को संशोधित करके ५.१÷ बताया था ।
बुनियादी उद्योग में कोयला, उर्वरक, बिजली, स्टील, सीमेंट, पेट्रोलियम रिफाइनरी, प्राकृतिक गैस और कच्चे तेल को शामिल किया जाता है । कोयले, उर्वरक, बिजली और स्टील उत्पादन में वृद्धि हुई है, जबकि सीमेंट, पेट्रोलियम रिफाइनरी, प्राकृतिक गैस और कच्चे तेल उद्योग में गिरावट दर्ज की गई है ।
सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, जून में कच्चे तेल का उत्पादन एक साल पहले इसी माह की तुलना में ६.८ प्रतिशत गिरा, जबकि तेल रिफाइनरी उद्योग के उत्पादन में सालाना आधार पर ९.३ प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई । सीमेंट उत्पादन भी एक साल पहले इसी महीने से १.५ प्रतिशत कम रहा । २ महीने की गिरावट के बाद जून में उर्वरक उत्पादन में १.५ प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई ।
हालांकि, स्टील और बिजली उत्पादन क्रमशः ६.९ फीसदी और ७.३ फीसदी की गति से बढ़ा है । अप्रैल से जून की अवधि में ८ कोर सेक्टर्स ३.५ फीसदी की गति से बढ़े, जबकि पिछले साल समान अवधि में यह गति ५.५ फीसदी थी ।