अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भारत को तगड़ा झटका दिया। आईएमएफ ने वर्ष 2019 और 2020 के लिए भारत के ग्रोथ अनुमान में 0.30 फीसदी की कमी करते हुए कहा कि दोनों वर्षों में देश की जीडीपी ग्रोथ क्रमशः 7 फीसदी और 7.2 फीसदी रहेगी। इससे भारत की घरेलू डिमांड अनुमान से ज्यादा कमजोर रहने के संकेत मिलते हैं।
वाशिंगटन के ग्लोबल फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट ने कहा कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से उभरती बड़ी इकोनॉमी बना रहेगा और यह चीन से कहीं आगे रहेगा। आईएमएफ ने अपने वर्ल्ड इकोनॉमिक अपडेट में कहा, वर्ष 2019 में भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ 7 फीसदी रगेगी, जबकि 2020 में यह बढ़कर 7.2 फीसदी रहने का अनुमान है। ग्रोथ अनुमान में 0.30 फीसदी की कमी से घरेलू डिमांड उम्मीद से ज्यादा कमजोर रहने के संकेत मिलते हैं।
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