अहमदबाद के कालूपुर पुलिस थाने में कार्यरत एक महिला पुलिस कांस्टेबल ने शुक्रवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है । आत्महत्या करने से पहले उसने सुसाइड नोट भी लिखा है । इसमें उल्लेख किया है कि गांव में उसके परिवार को कुछ लोग परेशान कर रहे हैं । लेकिन वह अपने परिवार की मदद नहीं कर पा रही है । शहर के चांदखेंड़ा क्षेत्र में रहती पुलिस कांस्टबेल फाल्गुनी श्रीमाली कालूपुर पुलिस थाने के महिला सेल में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत थी । उसने सुबह अपने बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गांव की एक युवती जो अहमदाबाद में पुलिस में नौकरी कर रही थी, उसने इसलिए सुसाइड कर लिया कि गांव के पांच-छह दबंग लोग उसकी संपत्ति हड़पने के लिए परेशान कर रहे थे । उसके पिता बैंक में नौकरी करते थे, रिटायर्ड होने के बाद हाल ही में उन्होंने वड़नगर में मकान खरीदा था । जिस पर दबंगों की नजर लगी हुई है । पुलिस और प्रशासन की मदद नहीं मिलने से उसने यह कदम उठा लिया । शहर के चांदखेंड़ा क्षेत्र में अपने नानी के साथ रहती पुलिस कांस्टबेल फाल्गुनी श्रीमाली कालूपुर पुलिस थाने के महिला सेल में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत थी । उसने सुबह अपने बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली । घटना के समय वह घर पर अकेली थी । सूचना मिलने के बाद चांदखेड़ा पुलिस थाने की टीम पहुंच गई ।
पुलिस ने बताया कि घर की तलाशी ली गई है । फाल्गुनी के शव के पास से एक सुसाइड नोट मिला है । उसमें लिखा है कि उसके गांव वडनगर में कुछ दबंग उसके परिवार को पिछले कई समय से परेशान कर रहे हैं । लेकिन वह अपने परिवार की मदद नहीं कर पा रही है । सुसाइड नोट में उसने अपने परिवार से यह कहते हुए मांफी मांग ली कि मैं आपकी कोई मदद नहीं कर सकती । चांदखेड़ा पुलिस ने शव को पोस्टमोर्टम के लिए भेज दिया गया है । पुलिस ने बताया कि सुसाइट नोट के आधार पर उसके परिजनों से पूछताछ की जाएगी । इसके बाद ही पूरा मामला स्पष्ट हो पाएगा ।
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