भारत में ‘मीटू मूवमेंट’ की शुरुआत का श्रेय दिया जाता है, लेकिन वह इसे शुरू करने का श्रेय लेना नहीं चाहतीं । उनका कहना है कि मीडिया साधारण शख्स को हिरोइन बना रहा है । तनुश्री ने १० वर्ष पहले हुए यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई, जिसके बाद कई अन्य महिलाओं ने भी अपनी आपबीती सुनाई । हालांकि अब वह अमेरिका लौटने के लिए तैयार हैं । उन्होंने कहा, मीडिया केवल एक साधारण व्यक्ति की आम यात्रा से बाहर निकाल उसे एक नायिका बना रही है । मैंने कुछ नहीं किया, केवल अपनी बात कही, जिसके माध्यम से समाज में कुछ बदलाव या जागरूकता आई । ऐसा नहीं है कि वह खुद कोइस मूवमेंट से पूरी तरह से दूर कर रही है । उन्होंने कहा, एक तरह से, मुझे उस घटना का बदला लेना था, जिसने मुझे अपने पेशेवर जीवन में कई साल पीछे धकेल दिया । लेकिन अब वह अमेरिका में अपने दैनिक जीवन में लौटना चाहती हैं । तनुश्री ने कहा, मैं अब वहां रहती हूं । मैं वैसे भी वापस जाने वाली थी । यह बाय डिफॉल्ट एक लंबी छुट्टी हो गई है और मैं दोबारा आऊंगी । मेरा परिवार और बाकी सब याद आएंगे । उनका मानना है कि भारत में उनके बिना ‘मीटू मूवमेंट’ जारी रहेगा । तनुश्री दत्ता ने आरोप लगाया है कि साल २००८ में आई फिल्म ‘हॉर्न ऑके प्लीज’ के लिए उन्हें एक आइटम नंबर शूट करना था । शूटिंग के दिन नाना पाटेकर भी सेट पर मौजूद थे । तनुश्री का आरोप है कि शूट के बीच में नाना उनके नजदीक आए और उन्होंने उन्हें गलत तरीके से छूना शुरू कर दिया । विरोध करने पर नाना ने उनसे बदतमीजी भी की । तनुश्री ने अपने आरोपों में यह भी कहा कि उन्होंने सॉन्ग के लिए नाना के साथ इंटीमेट सीन शूट करने से मना कर दिया था, जिससे नाना पाटेकर का ईगो हर्ट हो गया । इसके बाद तनुश्री को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा । कथित तौर पर उनकी गाड़ी पर भी हमला किया गया था । ऐक्ट्रेस ने इस मामले की शिकायत सिने ऐंड टीवी आर्टिस्ट असोसीएशन से भी की थी लेकिन उन्होंने भी कोई कार्रवाई नहीं की ।
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