देश की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनी, मारुति, सुजुकी के सर्वे में यह सामने आया है कि कार में बैठने वाले चार में से औसतन केवल एक शख्स ही सीट बेल्ट का इस्तेमाल करता है । इस प्राण रक्षा तकनीक के इस्तेमाल को लेकर जो आंकड़े सामने आए हैं, वे वाकई निराशाजनक हैं । इस सर्वे में यह भी खुलासा हुआ कि ड्राइविंग के दौरान सीट बेल्ट लगाने जैसे जरुरी नियम को ताख पर रखने में महिलाएं परुषों से ज्यादा लापरवाह है । ८१ पर्सेंट महिलाएं इस नियम को तोड़ती हैं जबकि पुरुषों का प्रतिशत ६८ पर्सेंट है । मारुति सुजुकी ने सीटबेल्ट युज इन इंडिया नाम से देश के १७ शहरों में एक सर्वे कराया । यह सर्वे २५०० ड्राइवर्स और पैसेंजर्स को लेकर किया गया । इसमें यह भी सामने आया कि सीट बेल्ट जरुरी वाले नियम के लिए और सख्ती की जरूरत है । पुलिस को सीटबेल्ट नहीं लगाने वालों के खिलाफ कड़ा ऐक्शन लेना चाहिए और उनपर जुर्माना लगाना चाहिए । इतना ही नहीं, सीट बेल्ट लगाने के मामले में दिल्ली-एनसीआर को मेरठ ने पछाड़ दिया है । मेरठ में इस सेफ्टी फीचर का इस्तेमाल करने वालों का पर्सेंट शेयर दिल्ली-एनसीआर के ड्राइवर्स से कहीं ज्यादा है । सर्वे में यह भी सामने आया है कि २०१६ में सीट बेल्ट नहीं पहनने की वजह से ५६३८ मौते रोड ऐक्सिडेंट्स हुई ।
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