गुजरात के वरिष्ठ न्यायमूर्ति और कर्नाटक हाईकोर्ट के सीनियर मोस्ट न्यायमूर्ति जस्टिस जयंत पटेल को कर्नाटक हाईकोर्ट में से इलाहाबाद हाईकोर्ट में ट्रान्सफर करने के सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के गुजरात के न्यायतंत्र और वकीलआलम में तीव्र प्रतिक्रिया हुई है । जस्टिस जयंत पटेल की कर्नाटक हाईकोर्ट में से इलाहाबाद हाईकोर्ट के ट्रान्सफर करने के सुप्रीम कोर्ट की कोलेजियम के निर्णय को गुजरात हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन ने कड़ी आलोचना करके खारिज कर दिया है । एसोसिएशन द्वारा बुधवार को जस्टिस जयंत पटेल के समर्थन में और सुप्रीम कोर्ट की कोलेजियम के निर्णय के विरोध में गुजरात हाईकोर्ट में कोर्ट कामकाज से अलग रहने का ऐलान दिया था । जिसके कारण कामकाज को असर हुई थी । हाईकोर्ट के अधिकत्तर वकील कोर्ट के कामकाज से दूर रहे थे । हालांकि दूसरी तरफ राज्य की निचली कोर्ट के बार एसोसिएशन ने इस एसोसिएशन को समर्थन नहीं दिया था । जिसके कारण अधिकत्तर निचली कोर्ट में कोर्ट कार्य जारी रहा । सिर्फ राज्य के दो -चार बार एसोसिएशन हड़ताल में शामिल हुए । गुजरात हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायमूर्ति गुजरात हाईकोर्ट में से कर्नाटक हाईकोर्ट में गत वर्ष में नियुक्ति हुई थी और अब वह कर्नाटक हाईकोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायमूर्ति या न्यायमूर्ति बने ऐसी संभावना थी तब पहले ही उनको अचानक इलाहाबाद हाईकोर्ट में ट्रान्सफर करने का विवादित निर्णय सुप्रीम कोर्ट की कोलेजियम द्वारा लिया गया था । जिसे लेकर जस्टिस जयंत पटेल ने अपना इस्तीफा दे दिया था । सुप्रीम कोर्ट की कोलेजियम के यह विवादित निर्णय के विरोध में और जस्टिस जयंत पटेल के समर्थन में गुजरात हाईकोर्ट एडवोकेट्स बार एसोसिएशन द्वारा विरोधदर्शक प्रस्ताव पारित किया गया था और गुजरात हाईकोर्ट में तथा राज्य की सभी कोर्ट में वकील कोर्ट के कामकाज से दूर रहे । हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन ने बार काउन्सील को विश्वास में लिए बिना हड़ताल के मुद्दे पर चर्चा की गई । मामले में निर्णय लेने की सत्ता चेयरमेन को सौंपी गई हैं ।