अहमदाबाद शहर में जुलाई महीने में हुई भारी बारिश के बाद शहर में परिस्थिति ऐसी पैदा हुई है कि अप्रैल से लेकर १३ जुलाई तक में शहर में नये बनाये गये २०५.९३ करोड़ रुपये के खर्च के साथ रोड धुल गये है । कॉन्ट्राक्टरों की जिम्मेदारी में सिर्फ १८ किलोमीटर के रास्ते ही आते होने से बाकी के १८४ किलोमीटर के रास्ते अहमदाबाद शहर के लोगों द्वारा चुकाये टैक्स के रुपये से बनाया जाएगा । इस बारे में मिली जानकारी के अनुसार, अहमदाबाद शहर में वर्ष-२०१६ में १० महीने में २६७.६९ करोड़ रुपये के खर्च के साथ विभिन्न रास्ते बनाये गये थे । जबकि इस वर्ष में ६ अप्रैल से १३ जुलाई-२०१७ तक में कुल २०५.९३ करोड़ रुपये के खर्च से रास्ते बनाये गये है । नये बनाये गये रास्तों में से एक भी रास्ता भारी बारिश में धुले बिना बाकी नहीं रहा है । इस मामले में २८ जुलाई को हुई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की सामान्य सभा में विपक्ष कांग्रेस के प्रवक्ता और दरियापुर वोर्ड के कॉर्पोरेटर सुरेन्द्र बक्षी ने पेशकश करते हुए कहा है कि, गत वर्ष जिस समय में मानसी सर्कल, सनराइज पार्क, ड्राईवीन रोड, सरकारी आवास वस्त्रापुर आदि जैसे क्षेत्रों में रास्ते बन रहे थे उस समय में उनके द्वारा म्युनिसिपल कमिशनर तक रास्ते के काम में चल रहे घोटाला के बारे में बताया गया था फिर भी कोई कार्यवाही प्रशासन द्वारा नहीं की गई थी । दूसरी तरफ अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के प्रशासन द्वारा रोड बनाते कॉन्ट्राक्टरों को लाभ कराने का हो इस तरीके से वोरंटी पीरियड और जिम्मेदारी आदि जैसे महत्व की शर्तों में रातोरात फेरबदल किए गए जाने से इस वर्ष में हुई भारी बारिश में रोड बनाते कॉन्ट्राक्टर का तो लाभ है । क्योंकि आधिकारिक सूत्रों के बताये अनुसार जिस २०२ किलोमीटर के रास्ते शहर में धुल गये है इसमें से नये नियम बनाये गये है इसमें कॉन्ट्राक्टरों की जिम्मेदारी में सिर्फ १८ किलोमीटर के ही रास्ते बनाये जायेंगे जबकि बाकी के १८४ किलोमीटर के रास्ते लोगों द्वारा चुकाये गये प्रोपर्टी टैक्स की रकम से खर्च करके बनाया जाएगा ।