झारखंड के लातेहार जिले में शुक्रवार रात लगभग 8 बजे पुलिस की पीसीआर वैन पर नक्सलियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में एक सहायक पुलिस उपनिरीक्षक सहित चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए। इसके साथ ही अन्य एक संदिग्ध रूप से घायल लापता जवान सुरक्षित बरामद हो गया है। पुलिस ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि घटनास्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस बल को भेजा गया है। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले नक्सलियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई और लातेहार के चंदवा थाना क्षेत्र स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 22 पर लुकिया मोड़ में पुलिस की पीसीआर वैन पर गोलियों की बौछार कर दी। इस हमले में एक सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (एएसआई) और 3 होमगार्ड जवान शहीद हो गए वहीं एक जवान लापता हो गया था, जिसे बाद में बरामद कर लिया गया। शहीद एएसआई की पहचान सुकरा उरांव के रूप में की गई है जबकि हमले में शहीद तीनों होमगार्ड जवानों की पहचान सिकंदर सिंह, जमुना प्रसाद और शंभू प्रसाद के रूप में की गई है।
हमले में जीवित बचे जवान की पहचान दिनेश राम बताई गई है। बताया जाता है कि वह हमले के समय संयोगवश शौच के लिए गया था। नक्सलियों ने इस घटना को थाने ने महज 2 किलोमीटर की दूरी पर अंजाम दिया। इस घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है। शहीद जवानों में शंभू की मौत इलाज के लिए रांची ले जाए जाते समय रास्ते में हो गई जबकि अन्य तीनों की मौत घटनास्थल स्थान पर ही हो गई थी। स्थानीय पुलिस सूत्रों ने बताया कि नक्सली जवानों के हथियार भी लूटकर ले गए। खुफिया सूत्रों ने यह भी बताया है कि इस इलाके में 3 से 4 दर्जन माओवादियों की उपस्थिति की सूचना भी थी फिर भी सुरक्षा में चूक बेहद गंभीर मामला है। इस बीच मुख्यमंत्री रघुवर दास ने लातेहार घटना की निंदा करते हुए शहीद हुए जवानों के प्रति शोक संवेदना प्रकट की है और कहा है कि इन जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी।
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