अमेरिकी सांसद रॉन वाइडेन ने पिछले हफ्ते एक इंटरव्यू में कहा कि फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को जेल होनी चाहिए क्योंकि उन्होंने डेटा लीक मामले में अमेरिकी नागरिकों से कई बार झूठ बोला। वाइडेन ने कहा कि जुकरबर्ग को व्यक्तिगत तौर पर जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। उन्होंने बहुत से लोगों को दुख पहुंचाया।
वाइडेन ने 2018 में कंज्यूमर डेटा प्रोटेक्शन बिल का प्रस्ताव पेश किया था। इसके तहत फेडरल ट्रेड कमीशन (एफटीसी) को उपभोक्ताओं की निजता का उल्लंघन करने वाली कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के अधिकार मिलेंगे। बिल में दोषी कंपनियों के अधिकारियों को 20 साल तक की जेल और 50 लाख डॉलर के निजी जुर्माना का प्रावधान है।
जुलाई में एफटीसी ने फेसबुक पर 5 अरब डॉलर (34,000 करोड़ रुपए) का जुर्माना लगाया था। यह एफटीसी द्वारा किसी टेक कंपनी पर अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना है। एफटीसी ने मार्च 2018 में प्राइवेसी से जुड़े मामले में फेसबुक के खिलाफ जांच शुरू की थी। एफटीसी ने कहा कि रिसर्च फर्म कैंब्रिज एनालिटिक्स ने फेसबुक के 8.7 करोड़ करोड़ यूजर के प्राइवेट डेटा हासिल किए। फेसबुक को इस बारे में यूजर को बताना चाहिए था।
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