अहमदाबाद शहर में सार्वजनिक शौचक्रिया करने वाले इलाके अब नहीं रहे हैं ऐसी गत साल कोर्पोरेशन की घोषणा के बीच शहर के दक्षिण जोन में स्थित बेहरामपुरा में एक चॉल में रहीश के पास व्यक्तिगत शौचालय नहीं होने के कारण उनके आवास से एक किलोमीटर दूर जाना पड़ता हैं । तंत्र के सामने कई बार पेशकश करने के बावजूद तंत्र द्वारा शौचालय उपलब्ध कराने से इन्कार किया गया हैं। मिली जानकारी के अनुसार पिछले साल अहमदाबाद शहर में म्युनिसिपल कोर्पोरेशन द्वारा शहर के ४८ वोर्ड में एक सर्वे कराया गया था । इस सर्वे में शहर के जिन इलाकों में चॉल में या झोपडियों में रहते लोगों द्वारा सार्वजनिक जगहों पर शौचक्रिया की जाती थी । यह सभी को व्यक्तिगत शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी । बाद में म्युनिसिपल कोर्पोरेशन द्वारा घोषणा की गई थी कि अब शहर को ओपन डेफीनेशन फ्री यानी कि सार्वजनिक जगह पर शौचक्रिया करने वाले लोगों से मुक्त घोषित किया जाता हैं । म्युनिसिपल तंत्र की इस घोषणा के बीच शहर के बेहरामपुरा इलाके में रसुल कडीया की चॉल में रहते ३०० से अधिक लोगों द्वारा पिछले ३५ साल से तंत्र को शौचालय बनाने की पेशकश की थी । फिर भी अब तक तंत्र द्वारा यह मांग पूरी नहीं की गई हैं । यह लोगों को अपने आवास से एक किमी दूर जाना पड़ता हैं । जॉन के एडिशनल सीटी इंजीनियर ने कहा कि यह आवास अतिक्रमण के तौर पर खड़े किए गए हैं जिसके कारण वहां पर व्यक्तिगत शौचालय की सुविधा उपलब्ध नहीं करा सकते हैं । स्मार्टसिटी तथा ओपन डेफीनेशन फ्री सीटी के टेग के बीच शहर में लोग शौचालय की सुविधा से वंचित हैं ।