कुछ समय पहले ही शहर में ओढव गरीब आवास योजना के दो ब्लोक अचानक धराशायी होने के बाद एएमसी प्रशासन ने शहरभर के म्युनिसिपल स्लम क्वॉटर्स, हेल्थ क्वॉटर्स सहित की आवास योजनाओं के लिए सर्वे शुरू किया गया । प्रशासन के सर्वे के आधार पर ६० म्युनिसिपल आवास योजना होने की वजह से इसमें से कई स्थल पर जर्जर मकान की वजह से वहां के निवासियों पर जानमाल का खतरा लगातार रहा है यानी कि नई कोई ओढव जैसी दुर्घटना को टालने के लिए प्रशासन द्वारा रिडेवलपमेन्ट प्लान तैयार किया जा रहा है जिसमें लाभार्थियों को वर्तमान निर्माणकाम की अपेक्षा ४० फीसदी बड़ा मकान देने के आकर्षक मुद्दे को शामिल किया गया है । जिसकी वजह से एएमसी की ६० आवास योजना रिडेवलपमेन्ट करने का आयोजन है । इसके अलावा शहर की कई निजी सोसाइटी को भी रिडेवलपमेन्ट पॉलिसी के तहत शामिल करने के लिए काम शुरू किया गया है । हाल में ओढव की दुर्घटनाएं शहरभर में सनसनी मचा दी है । यह गरीब आवास योजना के तहत बनाये गये सभी ८४ मकान भयजनक घोषित किए गए जाने की वजह से इसे तोड़कर प्रशासन ने वहां के निवासियों के लिए रिडेवलपमेन्ट पॉलिसी घोषणा की है, लेकिन म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा विभिन्न क्षेत्र में स्लम क्वॉटर्स, हेल्थ क्वॉटर्स सहित की आवास योजना का निर्माण शुरू किया गया । यह आवास योजना के दशकों पुराने मकान जर्जर हो चुके जिसकी वजह से कभी भी धराशायी हो सकते है । अंतिम में हुई स्टेन्डिंग कमिटी की बैठक में म्युनिसिपल आवास योजना के जर्जर मकानों के मामले पर चर्चा हुई थी । यह आवाज योजना के रिडेवलपमेन्ट पॉलिसी इस महीने के अंत तक में तैयार होकर प्रशासन द्वारा स्टेन्डिंग कमिटी के समक्ष रखा जाएगा । सूत्रों के बताये अनुसार, ऐसे तो दो वर्ष पहले राज्य सरकार द्वारा शहरी क्षेत्रों में वर्षों पुरानी आवास योजना के पुनःनिर्माण और फिर से विकास के लिए नीति घोषित की गई थी ।
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