पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कोलकाता के एक कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आप मुझे गालियां दे सकते हैं लेकिन नजरअंदाज नहीं कर सकते। किसानों को लूटने के बाद, मुझे मेरे धर्म का पालन करने की अनुमति न देने के बाद, दंगे करवाने के बाद, आप बंगाल चाहते हैं? मैं इन लोगों के सामने झुकने वाली नहीं हूं। वहीं इसके बाद ममता ने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि चलो एक निष्पक्ष खेल खेलते हैं। आप अपनी टीम में वाम और कांग्रेस के साथ लड़ सकते हैं, हम अकेले लड़ेंगे। इतना ही नहीं मैं केवल गोलकीपर बनूंगी और देखूंगी कि आप कितने गोल कर पाते हो। ममता ने कहा कि भाजपा के नेता को बंगाल आने का पूरा हक है लेकिन वे बंगाल आकर हमें धमकाते हैं, मैं उन्हें बता देना चाहती हूं कि मैं उनसे डरने वाली नहीं हूं। ममता ने कहा कि मैं अब तक ऐसी सरकार नहीं देखी जहां दो लोग ही सरकार चला रहे हैं।
ममता बनर्जी ने भाजपा को नफरत फैलाने वाली पार्टी बताया। ममता ने कहा कि भाजपा अगर किसी भी राज्य में आती है तो वहां दंगा होना तय है। मैं बंगाल के वोटरों से अपील करती हूं कि वे भाजपा को वोट देकर बंगाल में दंगा को प्रोत्साहन न दें। ममता बनर्जी ने बताया कि बंगाल में कभी जाति की राजनीति नहीं हुई, लेकिन अभी भाजपा ने इसकी शुरुआत की है। ममता ने कहा कि भाजपा के लोग हर धर्म को एकसाथ लेकर नहीं चलती है, यहां तक कि वह हिंदु धर्म को भी बांट देते हैं।
वहीं इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा था कि भाजपा नेताओं की रथयात्रा का मखौल उड़ाते हुए कहा कि वे ऐसा व्यवहार कर रहे हैं कि जैसे वे भगवान हों। बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं का राजनीतिक एजेंडा समाज में धर्म के आधार पर विभाजन पैदा करना है और भगवा दल हिंदू धर्म के बारे में झूठ फैला रहा है।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख कहा कि रथयात्रा एक धार्मिक उत्सव है। हम सभी इसमें हिस्सा लेते हैं। हम जानते हैं कि भगवान जगन्नाथ, बलराम और भगवती सुभद्रा उन रथों में यात्रा करते हैं। लेकिन भाजपा नेता समाज में विभाजन पैदा करने और एक-दूसरे को लड़वाने के अपने राजनीतिक उद्देश्यों को पूरा करने के लिए रथयात्राएं कर रहे हैं। भाजपा नेता ऐसे रथयात्राएं कर रहे हैं जैसे वे भगवान हों।
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