अफ्रीकी देश बुर्किना फासो के एक चर्च पर हमला हुआ है जिसमें 24 लोगों की मौत हो गई है। समाचार एजेंसी एएफपी ने प्रांतीय गवर्नर के हवाले से बताया है कि यह हमला उत्तरी बुर्किना फासो के एक गांव में प्रोटेस्टेंट चर्च में एक साप्ताहिक सेवा समारोह के दौरान हुआ। बंदूकधारियों द्वारा किए गए हमले में चर्च के पादरी की भी मौत हो गई है जबकि 18 लोग जख्मी हैं। सेना के अधिकारी कर्नल सल्फो काबोर ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि सशस्त्र आतंकवादियों ने याघा प्रांत के गांव पनसी में घुसकर शांतिपूर्ण स्थानीय आबादी पर हमला बोल दिया। आतंकियों ने गोलियां बरसाने से पहले गैर निवासियों और महिलाओं को ग्रामीणों के बीच से अलग किया। कर्नल काबोर की मानें तो आतंकियों ने कुछ लोगों को अगवा भी किया है।
इस घटना से आसपास के गांवों में दहशत फैल गई और लोग अपनी सुरक्षा के लिए घरों को छोड़कर पलायन कर गए। मालूम हो कि बुर्किना फासो दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक है जहां चरमपंथी हावी होते जा रहे हैं। साल 2015 के बाद विभिन्न आतंकी हमलों में बुर्किना में 750 लोग मारे जा चुके हैं जबकि छह लाख लोगों को अपना घरबार छोड़कर पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा है।
अब तक देखा गया है कि अधिकांश इन हमलों की जद में ईसाई और चर्च ही रहे हैं। बीते 10 फरवरी को आतंकियों ने सेब्बा में एक पादरी के घर सात लोगों को पकड़ लिया था जिसमें से पांच लोगों की लाशें तीन दिन बाद मिलीं। मारे गए लोगों में पादरी भी शामिल था। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक, बुर्किना और पड़ोसी माली एवं नाइजर में करीब चार हजार लोगों की मौत विभिन्न आतंकी हमलों में हुई है। हमले में घायल लोगों को दोरी शहर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आतंकियों ने हमले के दौरान दुकानों से तेल और खाद्यान्न भी लूट लिए। आतंकियों ने चर्च को आग के हवाले कर दिया। गरीबी से जूझ रहे बुर्किना फासो में सेना भी आतंकियों पर नकेल कसने में नाकामयाब हुई है क्योंकि सुरक्षा बल के जवानों के पास ना तो अत्याधुनिक हथियार हैं ना ही उनको उच्च गुणवत्ता का प्रशिक्षण ही हासिल है।