जम्मू-कश्मीर के त्राल में आतंकियों ने जिन दो लोगों को बंधक बनाया था, उनमें से एक की गोली मारकर हत्या कर दी गई है । दूसरे शख्स की खोज जारी है । बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सोमवार को संदिग्ध आतंकवादियों ने वनक्षेत्र से खानाबदोश गुज्जर समुदाय के दो सदस्यों को अगवा किया था । जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिए जाने के बाद यह इस तरह की पहली घटना है । गुज्जर समुदाय को राज्य में मौजूद राजनीतिक दल ज्यादा तवज्जो नहीं देते है । इससे पहले प्रदर्शनकारियों के पथराव में एक कश्मीरी ट्रक ड्राइवर की मौत हो गई थी । पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे पुलवामा जिले के त्राल में वनक्षेत्र से राजौरी जिला निवासी अब्दुल कदीर कोहली और श्रीनगर के खोनमोह निवासी मंजूर अहमद को एक अस्थायी आश्रय धोक से अज्ञात बंदूकधारियों ने अगवा किया । उन्होंने कहा कि इसके बाद तलाशी और बचाव दल को कोहली का गोलियों से छलनी शव मिला, जबकि एक अन्य व्यक्ति का पता लगाने के लिए अभियान जारी है । गुज्जर और बकरवाल का राज्य में बड़ी आबादी है । २०११ की जनगणना के आधार पर ये राज्य की कुल आबादी का ११.९ प्रतिशत हिस्सा है । घाटी के बाद जम्मू में सबसे ज्यादा गूज्जर और बकरवाल की आबादी रहती है । गुज्जर और बकरवाल भेड़ और बकरियां पालने वाली प्रजाति है । इन दोनों समुदायों में बड़ी संख्या में लोग इस्लाम धर्म को मानते है लेकिन इन लोगों समुदायों को राज्य का कोई भी राजनीतिक दल ज्यादा तवज्जो नहीं देता है । बीजेपी नीत एनडीए सरकार द्वारा पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद ३७० के अधिकतर प्रावधान हटाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने की घोषणा के बाद यह पहली आतंकवादी वारदात है ।