विघ्नहर्ता देव गणपति महोत्सव आगामी २ सितम्बर को गणेश चतुर्थी के पवित्र दिन से प्रारंभ होगा तब अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा शहर सहित राज्यभर में गणेश महोत्सव की तैयारियां चल रही है । गणेश के भक्त भगवान के विशाल पंडाल बनाने में और गौरीपुत्र गणेश की मूर्तियों को खरीदने में व्यस्त हो गये हैं । दस दिन तक चलता गणेश महोत्सव बाद अनंत चतुर्दशी पर भगवान की मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा । शंकर-पार्वती के पुत्र गणेश भगवान ने सद्बुद्धि, धन-वैभव और सौभाग्य के अधिपति देवता कहे जाते है और सभी देवों में उनकी सबसे पहले पूजा होती है तब गणेश महोत्सव को लेकर शहर सहित राज्यभर के गणेशभक्तों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है । दस दिन तक विघ्नहर्ता देव गणपति महोत्सव को हर्षोल्लास और भक्तिभाव के साथ मनाया जाएगा । गणेश महोत्सव को लेकर एएमसी प्रशासन और पुलिस तंत्र भी सुसज्जित बन गया है । विशेष करके साबरमती नदी में इस वर्ष मूर्तियों को नहीं विसर्जन करने देने के लिए प्रशासन ने विशेष आदेश जारी किया है और इसे लेकर भी प्रशासन एकदम सुसज्जित है । दूसरी तरफ, एएमसी, फायर ब्रिगेड और पुलिस प्रशासन गणेश महोत्सव को लेकर अंतिम दिन में गणेश मूर्तियों की विसर्जन व्यवस्था और विशाल आर्टिफिशियल कुंड, सुरक्षा की व्यवस्था करने की तैयारियों में लग गये है । भाद्रपद की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी के दिन से गणेश महोत्सव का प्रारंभ होता है । गणेश महोत्सव को लेकर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग युवक मंडल द्वारा सैंकड़ों की संख्या में गणेश भगवान को पटाखे की आतिशबाजी और ढोल नगाडे के साथ के बीच शाही सवारी निकालकर अपने क्षेत्रों के पंडाल में विभिन्न रूपों की आकर्षक मूर्तियों की विधिवत रूप से स्थापना की जाएगी । अहमदाबाद शहर में इस बार चार हजार से ज्यादा स्थलों पर गणपति की मूर्तियों की स्थापना हो ऐसा अनुमान है । मुंबई के जैसे अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा सहित के शहरों में भी गणेश महोत्सव का क्रेज लोगों में विशेष करके गणेशभक्तों में बढ़ता जा रहा है ।