झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने घोषणा की है कि मानकी-मुंडा और डाकुवा की तरह अब दिउरी आदिवासी पुजारियों को भी मानदेय मिलेगा। दिउरी को हर महीने एक हजार रुपये बतौर मानदेय सितंबर महीने से मिलने लगेंगे।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को चाईबासा के टाटा कॉलेज परिसर में उज्ज्वला दीदी के कोल्हान प्रमंडलीय सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने मानकी-मुंडा की पुरानी मांग को पूरा करने का भी ऐलान किया और कहा कि जल्द मानकी-मुंडा को चाईबासा में भवन सौंप दिया जाएगा।
सभी मानकी-मुंडा यही से अपना कामकाज निपटा सकेंगे। भाजपा की सरकार आदिवासियों -मूलवासियों की जिंदगी में उजाला लाने के लिए कृतसंकलिप्त है और तमाम छोटी-बड़ी जरूरतों को पूरा करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।