शहर की जनता को ट्रान्सपोर्ट की सुविधा मिले इसके लिए करोड़ों के खर्च से बनायी गई बीआरटीएस (बस रेपिड ट्रान्जिस्ट सिस्टम) की स्थिति लगातार बिगड़ रही है । फिलहाल बीआरटीएस में आय से (की अपेक्षा) दोगुना खर्च हो रहा है, जिसकी वजह से बीआरटीएस को धंधे में करोड़ों का नुकसान हुआ है । बीआरटीएस बस को ट्राफिक का सामना नहीं करना पड़े इसके लिए आधुनिक कोरिडोर बनाया गया है लेकिन यह कोरिडोर बाकी के वाहनों के लिए ट्राफिकजाम करनेवाला साबित हो रहा है । इसी वजह से लोगों में बीआरटीएस का महत्व कम हुआ है । दूसरी तरफ शटल रिक्शा हाथ बताओ रिक्शा में बैठे जैसे मिल रही है । बस से २-३ रुपये का किराया भी कम होने से लोग शटल रिक्शा में यात्रा करना ज्यादा पसंद करते है । इसी वजह से एएमटीएस और बीआरटीएस के दैनिक यात्रियों और आय के सामने रिक्शा के दैनिक यात्रियों और आय दोगुनी है । इस तरह बीआरटीएस पर शटल रिक्शा भारी पड रही है । पिछले चार वर्ष में बीआरटीएस करीब ५७ करोड़ से ज्यादा का नुकसान कर चुकी है ।
પાછલી પોસ્ટ
આગળની પોસ્ટ