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मेरे परिवार के लोगों को गालियां सुननी पड़ी जिसका मुझे बहुत दुख हुआ

हार्दिक पांड्या बेहद टैलेंटेड क्रिकेटर हैं और वो अपनी प्रतिभा साबित भी कर चुके हैं। इस वक्त वो टीम इंडिया के नंबर एक ऑलराउंडर हैं जो बल्लेबाजी व गेंदबाजी दोनों समान रूप से कर सकता है। हार्दिक ने अपने खेल के दम पर भारतीय क्रिकेट फैंस को कई बेहतरीन पल दिए हैं तो वहीं विवाद का भी उनके साथ नाता रहा है वो भी खास तौर पर मैदान के बाहर। इन्हीं विवादों में एक वो भी घटना है जो कॉफी विद करण टीवी शो के दौरान हुआ था। उस विवाद की वजह से उन्हें टीम इंडिया से बैन तक कर दिया गया था।
हार्दिक पांड्या ने अब बताया कि उन्हें उस घटना से क्या सीख मिली। क्रिकेट एक्सपर्ट हर्षा भोगले के साथ क्रिकबज पर एक चैट के दौरान ये बताया कि वो ऐसे इंसान हैं जो अपनी गलतियों को स्वीकार करते हैं और ये सुनिश्चित करते हैं कि आगे ऐसा नहीं होगा। मेरे साथ जो हुआ उसके बाद मैंने खुद से कहा कि उसे स्वीकार करो और अपनी गलती को सुधारने की कोशिश करो। अगर मैं अपनी उस गलती को स्वीकार नहीं करता तो उसका हिस्सा मेरे शरीर में बना रहता। हालांकि जो बुरा फेज मैंने देखा उसे मैंने झेल लिया क्योंकि मेरा परिवार मेरे साथ खड़ा था।
हार्दिक ने बताया कि मैं एक पारिवारिक व्यक्ति हूं और उनका परिवार उनका बैकबोन है और उनके बिना उनकी जिंदगी का कोई मोल नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं अपने परिवार के बेहद करीब हूं और उसके बिना कुछ भी नहीं हूं। मेरा परिवार मेरी ताकत है। हार्दिक पांड्या को आप देख रहे हैं क्योंकि उसके पीछे उनका परिवार खड़ा है। वे सुनिश्चित करते हैं कि मैं मानसिक रूप से स्थिर हूं और मैं खुश हूं।
हार्दिक ने कॉफी विद करण प्रकरण के बारे में बात करते हुए कहा कि उस घटना के बाद उनके परिवार के लोगों को गालियां दी गईं जिससे मुझे बहुत दुख हुआ। मेरे पिता ने उस घटना के बाद एक इंटरव्यू दिया और उनका मजाक उड़ाया गया। मुझे इससे काफी दुख हुआ क्योंकि मेरी वजह से मेरी फैमिली को परेशानी हुई और ये मेरे द्वारा स्वीकार्य नहीं है।

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