खेती कानूनों के खिलाफ एक बार फिर पूर्व मंत्री नवजोत सिद्धू ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। सिद्धू ने कहा, यह लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष के साथ नहीं है बल्कि यह हमारे अस्तित्व की निजी लड़ाई है, जिसे हमने व्यवस्था के खिलाफ लड़ना है।
हलके का दौरा करने दौरान पत्रकारों से सिद्धू ने कहा, पिछले 25 -30 सालों से पंजाब को नजरअंदाज किया जा रहा है और अब तो केंद्र ने हमारे अस्तित्व पर सीधे चोट पहुंचाई है, जिसके चलते केंद्र हमारा सबकुछ छीन कर 3-4 अमीर घरानों को देना चाहती है। सिद्धू ने कहा, मस्सा रंगड़ और अहमदशाह अब्दाली ने भी पंजाब पर हमले किए थे और तब भी पंजाबी एकजुट रहे थे, अब भी सरकार का अड़ियल रवैया खत्म होकर ही रहेगा। उन्होंने कहा, केंद्र पंजाब की जी.एस. टी. बकाया राशि वापिस नहीं दे रही है, ऊपर से ऐसे कानून लाकर सरकार किसान का मालिकाना हक छीन कर तीन -चार कॉर्पोरेट घरानों की जेब में डालने की कोशिश कर रही हैं। पंजाब के लोगों का एक ही ब्लू प्रिंट, रोड मेप और एजेंडा होना चाहिए।
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