अहमदाबाद शहर में इस वर्ष में हुई ४० इंच से भी ज्यादा बारिश की वजह से शहर के विभिन्न छह जोन में कुल मिलाकर २०२ किलोमीटर के मुख्य और आंतरिक रास्ते टूट गये है इस परिस्थिति में अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा पूरे शहर में पिछले सात वर्ष में रास्तों के रिसरफेसिंग की कार्यवाही करने के पीछे १००० करोड़ रुपये से भी ज्यादा का खर्च किया गया फिर भी रास्तों की स्थिति जस की तस देखने को मिल रही है । इस बारे में मिली जानकारी के अनुसार, अहमदाबाद शहर में खराब रास्तों के मामले में पिछले दो महीने से भी ज्यादा समय से शहरीजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है । शनिवार को शहर के अमराईवाडी क्षेत्र में खराब रास्ते को लेकर परेशान ऐसे स्थानीय व्यापारी भी रोड पर आ गये थे इतना ही लेकिन उन्होंने रोड आवागमन के लिए बंद कर देने पर म्युनिसिपल प्रशासन के अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गये थे । इसके पहले शुक्रवार को विपक्ष कांग्रेस द्वारा म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की दाणापीठ क्षेत्र में स्थित मुख्य ऑफिस में टूटे हुए रास्तों के मामले में उग्र प्रदर्शन किया गया था । अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की होती सामान्य मासिक सभा में भी लगातार तीन बोर्ड बैठक से अहमदाबाद शहर के टूटे हुए रास्तों को लेकर विपक्ष के अलावा सत्ताधीश पार्टी के कॉर्पोरेटरों द्वारा पेशकश की जा रही है । इस परिस्थिति में शुक्रवार को स्टेन्डिंग कमिटी की बैठक बाद मेयर गौतम शाह और स्टेन्डिंग कमिटी के चेयरमैन प्रवीण पटेल को ऐसी घोषणा करना अनिवार्य हो गया था कि, आगामी ३० दिन में शहर के विभिन्न क्षेत्रों में कुल मिलाकर १०६ किलोमीटर के २११ रास्तों को रिसरफेस किया जाएगा इसके लिए हाल काम करती सात एजेन्सियों के बदले और दो यानी कि कुल नौ एजेन्सी को रास्तों के रिसरफेसिंग की कार्यवाही में शामिल किया जाएगा । अहमदाबाद शहर के विभिन्न छह जोन में स्थित मुख्य तथा आंतरिक यह मिलाकर कुल २०२ किलोमीटर के रास्ते टूटे हुए होने से इस मामले में हाईकोर्ट में की गई पीटिशन में म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के पास से रिपोर्ट मांगा गया था ।