बाबरी विध्वंस मामले में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती जैसे दिग्गज नेताओं के बरी होने पर एमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी का बड़ा बयान सामने आया है। ओवैसी ने सीधे तौर पर अदालत पर आक्षेप करते हुए अदालत की तारीख का काला दिन बता दिया। ओवैसी खुद बैरिस्टर हैं और अपने शब्दों को तोल कर ही बोलते हैं। जिस तरह सांसद ने अदालती फैसले पर टिप्पणी की है उनके खिलाफ कोर्ट की अवमानना का मामला भी दायर हो सकता है। सीबीआई कोर्ट के फैसले को अब चुनौती देने की बात मुस्लिम पक्षकारों के वकील जफरयाब जिलानी कर रहे हैं। इसके अलावा देशभर में सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किये गए हैं। ताकि लोगों की भावनाओं को भड़काकर किसी तरह की हिंसा को बढ़ावा न दिया जाय। बाबरी विध्वंस केस पर आए सीबीआई की स्पेशल कोर्ट के फैसले पर ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) पार्टी के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कमेंट करते हुए कहा कि क्या जादू से मस्जिद टूट गया। ओवैसी ने ट्वीट कर सवाल भी खड़ा किया है। असदुद्दीन ओवैसी ने शायराना अंदाज में लिखा ”वही कातिल वही मुंसिफ, अदालत उस की वो शाहिद, बहुत से फैसलों में अब तरफदारी भी होती है”। बता दें कि स्पेशल सीबीआई कोर्ट के जज सुरेंद्र कुमार यादव ने बाबरी विध्वंस मामले में सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया। कोर्ट के मुताबिक बाबरी विध्वंस की घटना पूर्वनियोजित नहीं बल्कि आकस्मिक थी। साथ ही फोटो के आधार पर आरोपियों को सजा नहीं दी जा सकती है। ऑडियो और वीडियो सबूतों की प्रमाणिकता पर भी कोर्ट ने भरोसा नहीं किया।