गणेश महोत्सव को अब कुछ ही दिन बाकी है तब अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन, पुलिस प्रशासन और विभिन्न गणेशमंडलों की तरफ से अलग-अलग तैयारियां और आयोजन किए जा रहे हैं । विशेष करके इस बार एएमसी प्रशासन ने साबरमती नदी में किसी भी परिस्थिति में गणेश विसर्जन की मंजूरी नहीं देने का निर्णय लिया गया है और इसके लिए प्रशासन एकदम तैयार है । पुलिस की मदद से एएमसी ने साबरमती नदी प्रदूषित नहीं हो इसके लिए पीओपी की मूर्तियों को नदी के पानी में विसर्जित नहीं हो इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था का आयोजन किया जा रहा है । दूसरी तरफ, एएमसी प्रशासन द्वारा भक्तों द्वारा गणपति विसर्जन साबरमती नदी में नहीं किया जाए यह शहर के विभिन्न क्षेत्रों में विशाल कृत्रिम तालाब कुंड बनाने का आयोजन किया गया है । इतना ही नहीं, एएमसी प्रशासन साबरमती नदी में गणेश विसर्जन के लिए किसी भी क्रेइन की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जाएगी । लेकिन कृत्रिम तालाब कुंड में मूर्ति विसर्जन करने के लिए एएमसी क्रेइन की सुविधा उपलब्ध करायेगा । फिलहाल में अलग-अलग मंडलों, एसोसिएशन, म्युनिसिपल कमिशनर तथा पुलिस अधिकारियों की मीटिंग हुई थी । जिसमें ट्राफिक की समस्या का समाधान करने तथा हरएक मंडल उनके क्षेत्र या तो निकट के क्षेत्र में ही मूर्ति विसर्जन कर सके ऐसी व्यवस्था के तहत तालाबों के आसपास ही कुंड बनाने सहित के विभिन्न मुद्दे पर चर्चा की गई थी । अहमदाबाद सार्वजनिक गणेश महोत्सव एसोसिएशन के प्रमुख गणेश क्षत्रिय ने बताया कि, इस वर्ष शहर में लोकप्रिय ऐसे करीब ५०० से ज्यादा गणपति महोत्सव होंगे । इसके अलावा सोसाइटी तथा घर में लाये जाते गणपति सहित करीब १ लाख गणपति का विसर्जन किया जाता है । एएमसी द्वारा नदी तथा तालाबों में गणपति विसर्जन पर प्रतिबंध होने से विसर्जन के लिए साबरमती के अलग-अलग ब्रिज के नीचे और तट सहित अलग-अलग स्थलों पर ३० से ज्यादा कुंड बनाने का काम किया जा रहा है ।
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