अहमदाबाद शहर में फिलहाल की बारिश में करोड़ों रुपये के खर्च से बनाई गई इन्कमटैक्स ब्रिज के नीचे लीकेज की वजह से ब्रिज के नीचे वर्षों पुरानी राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी की प्रतिमा पर पानी गिरने के बाद गत दिन ही ब्रिज पर गड्ढे हो जाने से एएमसी प्रशासन और कॉन्ट्रैक्टर की गंभीर लापरवाही सामने आई तब अब शहर की वीएस अस्पताल को आधुनिक और हाइटेक करके बनाई गई ७५० करोड़ रुपये के खर्च से बनाई गई एसवीपी अस्पताल की बी-२ वार्ड की पीओपी की छत टूट गई है जिस पर विवाद शुरू हो गया है ।
करोड़ों रुपये के खर्च से बनाई गई और खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसका अभी जनवरी में तो उद्घाटन किया है और इतने कम महीनों में इतनी बड़ी और हाइटेक अस्पताल में इतनी गंभीर लापरवाही सामने आने पर अब एएमसी प्रशासन, एसवीपी शासकों और यह कामकाज से जुड़े हुए कॉन्ट्रैक्टर के काम के खिलाफ गंभीर सवाल उठाये जा रहे है । बी-२ वार्ड की पीओपी की छत टूट जाने से मरीजों को पांचवीं मंजिल पर भर्ती कराया गया है । पीएम मोदी द्वारा १७ जनवरी को एसवीपी अस्पताल का उद्घाटन करने के बाद १८ जनवरी से आम जनता और सभी मरीजों के लिए अस्पताल खुला रखा गया । इस तरह अस्पताल के निर्माणकाम के खिलाफ भी सवाल खड़े हो गये है । उद्घाटन के समय म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन संचालित सरदार वल्लभभाई पटेल अस्पताल देश की अच्छी में अच्छी मेडिकल सुविधाओं वाली अस्पताल बनाये जाने का दावा किया गया था । पूरे देश में कहीं न हो ऐसे श्रेष्ठ साधन एसवीपी अस्पताल में लाया गया है । पेपरलेस अस्पताल बनाई गई है । हालांकि यह सभी सुविधाओं के बीच शुक्रवार को छत टूटने की घटना बनने पर अस्पताल के निर्माणकाम में त्रुटि पहले मानसून में ही सामने आई है । मरीजों की सुरक्षा को लेकर भी अब गंभीर सवाल उठने लगे है तब एएमसी प्रशासन अब एक नये विवाद में घिर चुका है ।