भारत सरकार द्वारा दूध देते पशुओं की संख्या में वृद्धि करने के उद्देश्य से गोकुल मिशन के तहत एक प्रॉजेक्ट के तहत आर्टिफिशियल इंसेमीनेशन की मदद से शोर्टेड सेक्स सीमन बनाया जाएगा और इस तरीके से मादा पशुओं की संख्या में वृद्धि की जाएगी । अहमदाबाद के दौरे पर आये केंद्रीय पशुपालन मंत्री गिरीराज सिंह ने बताया कि, कुछ लोग ऐसे सिमन आयात करते थे लेकिन इसकी कीमत ज्यादा होने से सरकार ने आर्टिफिशियल इंसेमीनेशन की मदद से देश में ही इसे बनाकर किसानों को देने का तय किया गया है । गिरीराज सिंह ने रविवार को अहमदाबाद में नेशनल डेयरी डेवलपमेन्ट बोर्ड और अमूल डेयरी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की गई थी । केंद्रीय पशुपालन मंत्री गिरीराज सिंह ने बताया कि, केंद्र सरकार टेक्नोलॉजी की मदद से दुधारू पशुओं की संख्या बढ़ाने के लिए कदम उठाये जा रहे है और अगस्त महीने से किसानों को ऐसा सीमन का वितरण किया जाएगा । इसके लिए अमुल सहित की देशभर की दूध सहकारी मंडली की भी मदद ली जाएगी । मछुआरों के लिए सर्वेलन्स सिस्टम बनाने के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया कि, भारत के पास करीब ८ हजार किलोमीटर का समुद्री किनारा है । हालांकि, देश में कम मछुआरों डीप सी फीशिंग करते है । इसका एक कारण जानकारी का अभाव है । इसे दूर करने के लिए केंद्र सरकार मछुआरों के लिए सर्वेलन्स सिस्टम बनाया जाएगा । जिसकी वजह से समुद्र के किस हिस्से में ज्यादा मछली है इसकी जानकारी मिलेगी । इसके अलावा समुद्र का मौसम और सुरक्षा से संबंधित जानकारियों को मछुआरों को यह सिस्टम द्वारा पहुंचाया जाएगा । केंद्र ने तमिलनाडु में ३०० करोड़ रुपये के खर्च से इस मामले का एक पायलोट प्रॉजेक्ट शुरू किया गया है । उन्होंने स्पष्ट किया है कि, खरवा मोवा जैसी बीमारियों से किसानों को मुनाफे में करीब ३० फीसदी नुकसान होता है । इसकी वजह से केंद्र सरकार ने अगले पांच वर्ष में यह बीमारी को दूर करने का टारगेट निर्धारित किया गया है ।