लोकसभा चुनाव २०१९ के तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश की १० सीटों पर मतदान चल रहा है । इस दौरान मुरादाबाद जिले में एक चुनाव अधिकारी पर आरोप लगा है कि वह मतदाताओं पर साइकल के निशान के सामने बटन दबाकर समाजवादी पार्टी (एसपी) को वोट करने के लिए दबाव बना रहा था । इस घटना के बाद चुनाव अधिकारी की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकर्ताओं ने पिटाई भी की । इसके इतर यूपी में कई अन्य जगहों से भी बवाल की खबरें सामने आईं । उधर, ईवीएम पर सवाल को लेकर समाजवादी पार्टी (एसपी) को बड़ा झटका लगा है । चुनाव आयोग ने मशीनों में गड़बड़ी के आरोपों को खारिज कर दिया है । मुरादाबाद के बूथ नंबर २३१ में तैनात चुनाव अधिकारी पर आरोप लगा कि वह मतदाताओं से साइकल निशान के सामने बटन दबाने का दबाव बना रहा था। इसके बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उसकी जमकर पिटाई की । समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा, पूरे भारत में ज्यादातर ईवीएम या तो खराब हैं या उनमें बीजेपी के पक्ष में खुद ब खुद वोट पड़ने की शिकायत सामने आ रही है । डीएम का कहना है कि ईवीएम चलाने वाले मतदान अधिकारियों को सही प्रशिक्षण नहीं दिया गया है । ३५० से ज्यादा जगहों पर बदला गया । ५० हजार करोड़ रुपये की लागत से होने वाली मतदान प्रक्रिया में इस तरह की गतिविधियां आपराधिक कृत्य है । क्या हमें डीएम की बातों पर यकीन करना चाहिए या कुछ बहुत अधिक भयावह कदम है ? उन्होंने यह भी कहा, मशीनें खराब होंगी तो लोकतंत्र मजबूत कैसे होगा । बदायूं लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी (एसपी) के उम्मीदवार धमेर्ंद्र यादव ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य पर चुनाव प्रभावित करने का आरोप लगाया हैै । दरअसल, स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी और बीजेपी उम्मीदवार संघमित्रा मौर्य भी बदायूं लोकसभा सीट से ही मुकाबले में हैं ।