मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने पेट्रोल-डीजल के कीमतों पर राज्य सरकार के टैक्स में चार फीसदी की कमी करके गुजरात में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी कमी करके गुजरात के नागरिकों को दीपावली का उपहार दिया है । मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल ने मंगलवार को गांधीनगर में यह घोषणा करते हुए कहा है कि, राज्य सरकार के वेट टैक्स में चार फीसदी की कमी किए जाने से गुजरात में पेट्रोल के प्रति लीटर कीमत में २.९३ पैसे और डीजल के प्रति लीटर कीमत में २.७२ पैसे की कमी होगी । राज्य सरकार के यह जनहित के निर्णय से गुजरात में अब से पेट्रोल प्रति लीटर ६७.५३ पैसे और डीजल प्रति लीटर ६०.७७ पैसे के कीमत में मिलेगी । मंगलवार को आधीरात के १२ बजे से यह नई कीमत लागू होगी । यह ध्यान में रहे कि यह कीमत हररोज बदलती बेज प्राइस के आधार पर रहेगी । मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने बताया है कि, नागरिकों को -किसानों को डीजल और पेट्रोल की कीमतों में राहत मिले इस उद्देश्य से टैक्स में कमी करने की केन्द्र सरकार ने अपील की थी । पहले ६०.०० पैसे की कमी सेन्ट्रल एक्साइज के कमी के कारण हुई थी लेकिन यह दिशा में गुजरात सरकार ने तुरंत प्रतिक्रिया देकर वित्त विभाग के साथ विचार-विमर्श करके भारत में पहलीबार गुजरात राज्य ने वेट डयुटी में ४ फीसदी की कमी करके नागरिकों को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बड़ी राहत देने का निर्णय किया गया है । राज्य सरकार के जनहित के यह निर्णय से राज्य सरकार की आय में २,३१६ करोड़ रुपये की कमी होगी । फिर भी नागरिकों को पेट्रोल-डीजल सस्ता मिले उस उद्देश्य से राज्य सरकार ने ऐसा निर्णय लिया है ।उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल ने इस बारे में आगे की जानकारी देते हुए कहा है कि, राज्य में विकास की तेज गति को देखते हुए व्यापार-उद्योग से लेकर खेतों तक डीजल और पेट्रोलियम उत्पादों का उपयोग बढ़ गया है । राज्य की एसटी जैसी सेवाकीय सार्वजनिक परिवहन सेवा भी डीजल की कीमतों पर विशेष रूप से आधारित है । इस स्थिति को ध्यान में लेकर डिजल और पेट्रोल की कीमतों में कमी कर सके इस उद्देश्य से राज्य सरकार ने यह अति महत्वपूर्ण निर्णय लिया हैं । नीतिन पटेल ने कहा कि राज्य सरकार की आय का मुख्य स्त्रोत पेट्रोल-डीजल पर वेट हैं । फिर भी गुजरात के लोगों को खास तौर पर मध्यम वर्ग के परिवारों को आगामी दिपावली के त्योहार और वेकेशन के समय में बड़ी राहत दे सके इस उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया हैं । फिर भी राज्य सरकार ने आय की चिंता किए बिना ६ करोड़ गुजरातियों को दिपावली का तोेहफा दिया हैं । इस निर्णय से सभी गुजराती के घर के बजट में फायदा होगा । उल्लेखनीय हैं कि राज्य सरकार प्रति साल सरेराश १२००० करोड़ आय वेट ड्यूटी से प्राप्त करती हैं । वेट कम होने पर राज्य सरकार की आय में २३१६ करोड़ की कमी होगी । पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने इसका एलान करते हुए कहा था कि हमने एक्साइज ड्यूटी २ रुपये कम कर दी हैं । अब राज्यों की बारी हैं कि वे पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स से वैट कम से कम ५ प्रतिशत कम करें । सीएम विजय रुपाणी ने वैट कम करने की घोषणा बुधवार को भाजपा की गौरव यात्रा के दौरान ही कर दी थी । एक और भाजपा शासित गुजरात ने वैट घटा दिया । गौरतलब है कि गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने है इसलिए गैर भाजपा शासित राज्यों ने वैट कम करने से इनकार करते हुए पेट्रोल-डीजल के बढ़े रेट के लिए केन्द्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया हैं ।