गुजरात विधानसभा चुनाव के १५० प्लस के टारगेट को हासिल करने के तहत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपने चुनावी रणनीति के तहत रविवार को युवा टाउनहोल कार्यक्रम के द्वारा राज्य के २५० से ज्यादा स्थलों पर से डेढ़ लाख से ज्यादा युवाओं के साथ सीधा संवाद किया था और उनके प्रश्नों के जवाब वीडियो कॉन्फ्ररन्स की मदद से दिया था । भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपने संवाद में आरक्षण के संवेदनशील मुद्दे को स्पष्ट किया है कि, आरक्षण एक संवैधानिक व्यवस्था है और इसमें सुप्रीम कोर्ट ने गाइडलाइन देकर समग्र बात को स्पष्ट किया है तब हम पाटीदार युवाओं को कहा है कि, यह एक न्यायिक प्रक्रिया है, इसे लेकर आगे बढ़ना चाहिए । पाटीदार आंदोलन पहला नहीं है पहले भी हुए है । लेकिन अब पाटीदार आंदोलन में कैसा फेरबदल आता है यह देखना । उन्होंने युवाओं को विशेष अपील करते हुए कहा है कि, आगामी विधानसभा चुनाव के केन्द्रबिन्दू युवा है और आप इस चुनाव में सारथी की भूमिका में है । इसी वजह से विकास किसने किया है यह बराबर से तुलना करके निर्णय लेना । अमित शाह ने आरक्षण मुद्दे पर एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा है कि, आरक्षण यह संवैधानिक व्यवस्था है । खुद सुप्रीम कोर्ट ने अपने गाइडलाइन में स्पष्ट किया है कि, यदि आरक्षण दिया गया हो इसमें ५० फीसदी से ज्यादा नहीं मिलेगा, एससी, एसटी के आरक्षण में कोई फेरबदल नहीं हो सकता है, ओबीसी में जोड़ा जा सकता है । गुजरात के विकास की भूमिका में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान होने की बात को दोहराया था और मोदी के गुजरात में कमी महसूस होती है ऐसे प्रश्न के जवाब में बताया है कि, किसी ने मोदी की कमी फील करने की जरूरत नहीं है क्योंकि, पहले वह मुख्यमंत्री थे तब गुजरात के विकास के लिए काम करते थे और पीएम हुए तो अन्य राज्यों के जैसे गुजरात का भी काम करते है ।