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स्वाइन फ्लू के शहर में ६७ और ग्रामीण क्षेत्र में ३३ फीसदी केस : राज्य सरकार ने एफिडेविट पेश किया

स्वाइन फ्लू के अर्जी में राज्य सरकार और अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन सत्ताधीशों की तरफ से अपना-अपना एफिडेविट पेश किया गया था । अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के जवाब में स्वाइन फ्लू का उपचार और इसका निराकरण लाने तथा जागरूकता लाने के प्रयास हो रहे होने की बातें की गई है, जबकि राज्य सरकार ने अपने जवाब में कुछ हद तक जरूरी जानकारी दी थी । जिसमें सरकार ने बताया है कि, राज्य में शहरी क्षेत्र में स्वाइन फ्लू के ६७ फीसदी और ग्रामीण क्षेत्र में ३३ फीसदी केस दर्ज किए गए हैं । सरकार ने हाईकोर्ट के समक्ष यह बात को कबूल किया है कि, राज्य में ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्र की सरकारी अस्पतालों में स्पेश्यलाइज डॉक्टर नौकरी करने के लिए तैयार नहीं है ।राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि, वर्ष २०१० में ग्रामीण क्षेत्र की सरकारी अस्पतालों में ३७३० डॉक्टरों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी, जिसमें से १८६८ डॉक्टरों को करार आधारित नियुक्ति दी गई थी । अधिकतर डॉक्टर ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्र में जाने का टाल रहे है यह एक वास्तविकता है । राज्य सरकार ने अपने जवाब में बताया है कि, राज्य के अर्बन हेल्थ सेन्टर पर २०३ मेडिकल ऑफिसर उपलब्ध है, जबकि ९८ फीसदी पब्लिक हेल्थ सेन्टर पर एक ऑफिसर उपलब्ध है । कुल ३६२ हेल्थ सेन्टरों में ११५५ पोस्ट है, जिसमें से ९३० जगहों पर भर्ती हुई है । इस दौरान अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की तरफ से जवाब पेश करके बताया है कि, स्वाइन फ्लू का निराकरण लाने के लिए अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन सत्ताधीश सभी प्रयास कर रहे है । अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन संचालित अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए आइसोलेशन वोर्ड में ३५४ बैड की व्यवस्था की गई है, जबकि निजी अस्पतालों में ३५० बैड की व्यवस्था की गई है । स्वाइन फ्लू का निराकरण लाने और यह बीमारी के उपचार के तहत ७२ अर्बन हेल्थ सेन्टर, ९९ मेडिकल ऑफिसर, ५०० मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर्स, १२०० आशा वर्कर्स, ६० स्टाफ नर्स सहित का स्टाफ और डॉक्टरों को नागरिकों की सेवा में तैनात है ।

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