पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान कश्मीर मुद्दे को किसी भी हाल में अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहते हैं। यही कारण है कि उन्होंने एक बार फिर कश्मीर राग अलापते हुए ट्वीट के जरिए पाकिस्तान का प्रोपगैंडा सामने रखा है। झूठ का पुलिंदा गढ़ते हुए उन्होंने कहा कि कश्मीर में दो महीने से लोग अमानवीय हालत में रहने को मजबूर हैं।
केवल इतना ही नहीं खान ने कश्मीर में घुसपैठ की कोशिशों में लगे हुए आतंकियों की पैरवी की। उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान की तरफ से कश्मीरियों की मदद के लिए कोई सीमा पार करता है तो भारत दुनिया के सामने इसे पाकिस्तान प्रायोजित इस्लामी आतंकवाद करार देता है। इससे भारत को कश्मीरियों के उत्पीड़न को बढ़ाने और नियंत्रण रेखा पर हमला करने का बहाना मिल जाएगा।
पांच अगस्त को केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को मिले विशेष राज्य के दर्जे को वापस ले लिया था। घाटी से अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को निष्प्रभावी करने को दो महीने बीत चुके हैं। घाटी में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर सरकार ने कई नजरबंद नेताओं को रिहा किया था।