महाराष्ट्र के पालघर में शनिवार सुबह 9 बजकर 17 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गये। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.5 मापी गयी है। महाराष्ट्र के पालघर में इस साल 2019 में कई बार भूकंप आ चुके हैं। 20 फरवरी को भी पालघर में एक दिन में तीन बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उत्तर भारत के कई शहरों में भी इसी दिन सुबह भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.0 थी।
पृथ्वी बारह टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है, जिसके नीचे तरल पदार्थ लावा के रूप में है। ये प्लेटें लावे पर तैर रही होती हैं। इनके टकराने से ही भूकंप आते हैं। टैक्टोनिक प्लेट्स अपनी जगह से हिलती रहती हैं और खिसकती भी हैं। हर साल ये प्लेट्स करीब 4 से 5 मिमी तक अपने स्थान से खिसक जाती हैं। इस क्रम में कभी-कभी ये प्लेट्स एक-दूसरे से टकरा जाती हैं। जिनकी वजह से भूकंप आते हैं। दिल्ली जोन-4 में आता है, जबकि मुंबई और कोलकाता जोन-3 में है। यह अलग बात है कि अब तक देश के प्रमुख शहरों में शुमार दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में कोई बड़ा भूकंप नहीं आया है।
दिल्ली भूकंप जोन-4 में स्थित है, ऐसे में यहां पर भूकंप आने की ज्यादा संभावना है। एतिहासिक संकेतों के मुताबिक एक भयानक भूकंप कभी भी आ सकता है। यह सबक बिहार में 1934 और असम में 1950 में आए भूकंप से मिलता है। भू वैज्ञानिकों के मुताबिक, 1950 के असम के भूकंप ने हिमालय में एक बड़े भूकंप की जमीन तैयार कर दी है। इस भूकंप के बाद 65 साल बीत गए हैं और संभव है कि कोई विकराल भूकंप आने ही वाला हो।