दिसम्बर में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनावों को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में जोरदार मुकाबला देखने को मिल रहा है । बड़ा सवाल यह है कि कांग्रेस क्या २२ साल बाद गुजरात की सत्ता में वापसी कर पाएगी ऑपिनियन पोल की मानें तो कांग्रेस इस बार भी बीजेपी से पीछे ही नजर आ रही है । एक ऑपिनियन पोल में बीजेपी को २०१२ की तुलना में भी अधिक सीटें मिलती दिख रही हैं । ऑपिनियन पोल के मुताबिक अल्पेश के अलावा हार्दिक और जिग्नेश जैसे युवा नेता भी कांग्रेस के साथ आ जाएं तो भी बीजेपी को रोकना पार्टी के लिए संभव नहीं दिख रहा । ऑपिनियन पोल में शामिल ५२ फीसदी लोगों का कहना है कि मोदी सरकार विरोधी यह तिकड़ी अगर कांग्रेस में शामिल होती है तो भी वे बीजेपी को वोट करेंगे । वहीं केवल ३७ फीसदी लोगों का कहना है कि वे ऐसी स्थिति में कांग्रेस को वोट करेंगे । एक ऑपिनियन पोल में बीजेपी को विधानसभा चुनाव में ११८-१३४ सीटें मिलने की बात कही गई है, जबकि कांग्रेस को ४९-६१ सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है । अन्य के खाते में ज्यादा से ज्यादा ३ सीटें का अनुमान जताया गया है । इस ऑपिनियन पोल में ब्रैंड मोदी का जलवा भी कायम दिख रहा है । इसके मुताबिक पीएम के गृह क्षेत्र नॉर्थ गुजरात में मोदी फैक्टर की वजह से बीजेपी का स्ट्राइक रेट ६० फीसदी से बढ़कर ८१ फीसदी हो सकता है । नॉर्थ गुजरात में विधानसभा की ५३ सीटें आती हैं । कांग्रेस ने गुजरात चुनाव में नोटबंदी और जीएसटी को अपना प्रमुख हथियार बनाया है । हालांकि ऑपिनियन पोल में लोगों की राय इन दोनों मुद्दों पर बंटी नजर आ रही है । ऑपिनियन पोल में शामिल ४१ फीसदी लोगों का कहना है कि नोटबंदी और जीएसटी के बाद जीवन की गुणवत्ता में सुधार हुआ है जबकि ४० फीसदी लोग कह रहे हैं कि इसमें और भी गिरावट आई है । १८ फीसदी लोगों को इन दोनों फैसलों के बाद भी कोई बदलाव नहीं दिख रहा है ।
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