कीलर स्वाइन फ्लू का आतंक राज्यभर में जारी रहा है । स्वाइन फ्लू के कारण ज्यादा मौत की वजह से खलबली मच गई है । मौत का आंकड़ा राज्य में तेजी से बढ़कर २२० पर पहुंच गया है । राज्यभर में स्वाइन फ्लू से और १२ लोगों की मौत के साथ आतंक जारी रहा है । नये आंकड़े के अनुसार उपचार ले रहे लोगों की संख्या ११२९ दर्ज की गई है जबकि उपचार के बाद स्वस्थ हुए लोगों की संख्या ७४६ दर्ज की गई है । आंकड़ा बताता है कि, कुल केस की संख्या २०९५ दर्ज हो चुकी है । नये केस की संख्या बुधवार को २१२ दर्ज की गई थी जिसमें से अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के तहत के क्षेत्रों में दर्ज किए गए केस की संख्या ९१ दर्ज की गई है जबकि बडौदा म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के तहत के क्षेत्रों में दर्ज किए गए केस की संख्या ३१, सूरत में १५, गांधीनगर में ९, कच्छ में ८, बडौदा, मेहसाणा में छह-छह, जूनागढ़, आणंद और पाटण और बनासकांठा में ३-३ केस सामने आये है । एएमसी में नये केस की संख्या ९१ दर्ज की गई है । जबकि बुधवार को स्वाइन फ्लू के कारण और १२ लोगों की मौत हुई थी जिसमें से एएमसी में ०४ और अहमदाबाद में दो मौत शामिल है । इसी तरीके से एसएमसी, कच्छ, गिर सोमनाथ, बीएमसी, भावनगर, नवसारी में १-१ व्यक्ति की मौत हुई है । स्वाइन फ्लू का आतंक कायम जारी रहा है । मौत का आंकड़ा बढ़कर २२० पर पहुंच गया है । आगामी दिनों में स्वाइन फ्लू फिलहाल नियंत्रण में आये ऐसी संभावना कम दिखाई दे रही है । स्वाइन फ्लू से ग्रस्त क्षेत्रों में सौराष्ट्र क्षेत्र शामिल है । इसके अलावा सूरत, राजकोट, अहमदाबाद में भी बड़े पैमाने पर केस दर्ज किए गए हैं । स्वाइन फ्लू का आतंक जारी रहने पर प्रशासन द्वारा सावधानी के सभी कदम उठाये जा रहे है । पोजीटिव केस की संख्या में भी तेजी से वृद्धि हुई है । प्रशासन के सभी दावे फ्लोप साबित हो रहे है । खुद सरकार के आंकड़े के अनुसार, राज्य में अभी तक स्वाइन फ्लू के कारण २२० से ज्यादा लोगों की मौत हुई है । यदि सरकार का आंकड़ा इतना बड़ा हो तो, राज्य का स्वाइन फ्लू पोजीटिव के और मौत का आंकड़ा कितना ज्यादा हो सकता है यह स्वाभाविक रूप से समझा जा सकता है ऐसा है ।स्वाइन फ्लू की चपेट में अहमदाबाद बड़ौदा, मेहसाणा, जुनागढ़, आणंद, पाटन समेत के इलाके शामिल हो गए हैं । राज्य के विभिन्न इलाकों में मृतकआंक बढ़़ने का दौर जारी रहा हैं । तब स्वाइन फ्लू के कारण बढ़ रहे मृतक आंक के बीच स्वाइनफ्लू पोजीटीव के मरीज की चिंताजनक तौर पर बढ़ रहे हैं ।