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ट्विटर का एक्शन,किसान आंदोलन की आड़ में हिंसा भड़काने वाले 126 अकाउंट ब्लॉक

केंद्र सरकार की सख्ती के बाद आखिरकार माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर भी हरकत में आ गया है। ट्विटर केंद्र सरकार द्वारा दी गई सूची में से अब तक 126 ऐसे यूआरएल अकाउंट ब्लॉक कर दिए हैं जो किसान आंदोलन की आड़ में हिंसा और उपद्रव भड़काने के लिए ट्वीट और भ्रमक सामग्री शेयर कर रहे थे। कुछ लोग ट्विटर पर #ModiPlanningFarmerGenocide का इस्तेमाल का पिछले कई दिनों से ट्वीट कर रहे थे, केंद्र सरकार ने इन पर भी एक्शन लेने को कहा था। बता दें कि सूचना एवं प्रौद्योगिकी (IT) केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने 4 फरवरी को ट्विटर को पाकिस्तान एवं खालिस्तान समर्थन वाले 1,178 अकाउंट के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा था जिनके ट्वीट भारत की एकता एवं अखंडता के लिए खतरनाक साबित हो सकते थे और जिससे भारत में अशांति फैल सकती थी। सरकार ने ट्विटर से सख्ती से कहा था कि अगर ट्विटर एक्शन नहीं लेता है तो सरकार कंपनी पर कार्रवाई करेगी। जिसके बाद ट्विटर ने अब एक्शन लेना शुरू किया है।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की तरफ से 31 जनवरी को ट्विटर को 257 ऐसे URL की सूची दी थी जो भड़काऊ हैशटैग से ट्वीट और सामग्री शेयर की थी। ट्विटर ने इन अकाउंट्स को तब तो बलॉक कर दिया था लेकिन कुछ ही समय बाद फिर से यह सारे अकाउंट एक्टिव हो गए थे। अकाउंट्स के फिर एक्टिव होने के बाद सरकार ने ट्विटर पर कार्रवाई की चेतावनी दी थी जिसके बाद अब उन 257 उकाउंट्स में से 126 को ब्लॉक कर दिया गया है।
ट्विटर ने मंगलवार को कहा कि वह किसान आंदोलन को लेकर कथित तौर पर भ्रामक सूचना फैलाने की वजह से 1,178 आकउंट को बंद करने के सरकार के आदेश के बाद सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री से औपचारिक संवाद करना चाहती है। ट्विटर ने रेखांकित किया कि अपने कर्मचारियों की सुरक्षा ‘उसकी पहली प्राथमिकता’ है। ट्विटर के प्रवक्ता ने कहा कि हम सम्मानजनक स्थिति के लिए भारत सरकार के साथ संपर्क बनाए रखेंगे और हम माननीय इलेक्ट्रॉनिक व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री से औपचारिक संवाद के लिए संपर्क किया है। दरअसल सरकार ने ट्विटर को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर वह निर्देशों का अनुपालन नहीं करती तो संबंधित धाराओं के तहत जुर्माना या सात साल की जेल हो सकती है।
सरकार की चेतावनी के बाद ट्विटर की भारत एवं दक्षिण एशिया में सार्वजनिक नीति की निदेशक महिमा कौल ने भी इस्तीफा दे दिया है जिससे उनके जाने की परिस्थितियों को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। कंपनी का कहना है कि कौल का इस्तीफा इस मामले से जुड़ा नहीं है। आत्मनिर्भर भारत एप्लीकेशन चैलेंज में हिस्सा लेने वाली माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ‘कू’ को भी लोग काफी पंसद कर रहे हैं। मंगलवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जानकारी दी कि वो भी अब इस प्लेटफॉर्म पर जुड़ गए हैं। मंत्री की ओर से अपील की गई है कि लोग भी इस देसी एप से जुड़ें। Koo को देसी ट्विटर कहा जा रहा है, जो लगातार पॉपुलर हो रहा है। इसकी खास बात यह है कि ये करीब दस भारतीय भाषाओं में है।

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