सूरत शहर के कपोदरा इलाक में हत्या और आत्महत्या का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है । यहां एक मां ने पहले अपने एक साल के बेटे को कीटनाशक पिला दिया और उसके बाद खुद भी पी लिया । दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया था, जहां उपचार के बाद पहले बेटे और बाद में मां ने दम तोड़ दिया । परिवार को शक है कि मां ने मानसिक संतुलन खोने के बाद यह कदम उठाया ।
कपोद्रा इलाके के नाना वराछा शिवधारा सोसायटी में रहने वाले जिग्नेशभाई गजेरा हीरा फैक्ट्री में काम करते हैं । वे रोजाना की तरह बुधवार सुबह भी कारखाने निकल गए थे । उनके जाने के बाद ३० वर्षीय पत्नी चेतनाबेन वर्षीय बेटे अंश को लेकर घर से निकली गई थीं । जाते समय उन्होंने पड़ोसियों से कहा कि वे मार्केट जा रही हैं । इसके बाद दोपहर को झड़पिया सर्कल के पास दोनों अचेत अवस्था में मिले । स्थानीय लोगों ने १०८ एंबुलेंस की मदद से दोनों को स्मीमेर अस्पताल पहुंचाया । इस दौरान पुलिस भी इनके घर और परिवार के के बारे में पता करती रही ।
वहीं, चेतनाबेन के फोन न उठाने के चलते जिग्नेश ने पड़ोसियों से पूछा तो पता चला कि चेतनाबेन बेटे को लेकर सुबह मार्केट जाने का कहकर निकलीं थीं । लेकिन अब तक घर नहीं लौटी हैं । इसके बाद जिग्नेश तुंरत घर पहुंचा और दोनों की तलाश शुरू की । चेतना का मोबाइल घर पर ही था । काफी खोजबीन के बाद पता न चलने पर जिग्नेश ने पुलिस थाने में उनकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई तो मालूम हुआ कि एक महिला और एक साल के बच्चे को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है । जिग्नेश अस्पताल पहुंचा तो डॉक्टर ने बताया कि दोनों ने कोई जहरीली दवा पी है । वहीं, इलाज के दौरान ही शाम को बेटे अंश और उसके करीब एक घंटे बाद चेतनाबेन ने भी दम तोड़ दिया ।
पुलिस से हुई पूछताछ में जिग्नेश ने बताया कि चेतनाबेन मानसिक रोगी थी और उनका लंबे समय से इलाज चल रहा था । चेतनाबेन काफी गुस्सैल मिजाज की थी । शायद मानसिक संतुलन खो देने के चलते उन्होंने यह कदम उठा लिया । फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है ।