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गाजा में तुरंत बंद हो जंग, UNSC में पास हुआ प्रस्ताव

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने गाजा में इजराइल और फिलिस्तीनी समूह हमास के बीच 7 अक्टूबर से चल रहे युद्ध को तुरंत विराम और बनाए गए सभी बंधकों को बिना शर्त की रिहाई के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि लंबे समय से प्रतीक्षित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है और इसे जल्द से जल्द लागू किया जाना चाहिए.

संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने युद्धविराम प्रस्ताव पारित करने में देरी के लिए हमास को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा कि हम प्रस्ताव की हर बात से सहमत नहीं थे, जिसकी वजह से अमेरिका ने वोटिंग नहीं की. जानकारी के मुताबिक मसौदा प्रस्ताव को जापान, माल्टा, अल्जीरिया, गुयाना, इक्वाडोर,लियोन, मोजाम्बिक, सिएरा स्लोवेनिया, दक्षिण कोरिया और स्विट्जरलैंड सहित अंतर्राष्ट्रीय मंच के 12 गैर-स्थायी सदस्यों ने आगे रखा था. परिषद के सदस्यों ने गाजा में रमजान के महीने के लिए तत्काल युद्ध विराम और सभी बंधकों की तुरंत और बिना शर्त रिहाई की मांग की.

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के गाजा में तत्काल संघर्ष विराम के आह्वान के विरोध में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल की वाशिंगटन यात्रा रद्द कर दी. अमेरिका द्वारा अपनी वीटो शक्ति का उपयोग न करने और इसके बजाय अनुपस्थित रहने का निर्णय लेने के बाद प्रस्ताव 14-0 से पारित हो गया. नेतन्याहू ने संघर्षविराम प्रस्ताव का विरोध नहीं करने को लेकर अमेरिका के प्रति नाखुशी जताई.

अमेरिका प्रायोजित प्रस्ताव पर शुक्रवार को रूस और चीन की ओर से वीटो किए जाने के बाद नया प्रस्ताव लाया गया. रमजान माह 10 मार्च से नौ अप्रैल तक है, ऐसे में युद्ध विराम की अवधि केवल दो हफ्ते ही रहेगी. इस प्रस्ताव पर मतदान शनिवार सुबह होना था, लेकिन इसके प्रायोजकों ने सोमवार सुबह तक के लिए इसे स्थगित कर दिया. फलस्तीनी चरमंथियों ने इजराइल में सात अक्टूबर को अचानक हमला कर दिया था, जिसमें हजारों लोगों की हत्या कर दी थी और करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया था, जिसके बाद युद्ध शुरू हो गया. ऐसा माना जा रहा है कि हमास ने अब भी लगभग 100 लोगों को बंधक बना रखा है.

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