ईरान की ओर से ड्रोन और मिसाइल हमले के बाद भी इजराइल अभी तक शांत बैठा है. कोई इसे अमेरिका का प्रेशर बता रहा है तो कई इजराइल को ईरान से कमतर आंक रहा है. इस बीच इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू को बड़ा बयान सामने आया है. द टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम ने एक कैबिनेट बैठक में कहा कि इजराइल अपना फैसला स्वयं लेगा और अपनी रक्षा के लिए जो भी आवश्यक होगा वह करेगा.
नेतन्याहू की यह टिप्पणी बुधवार को ब्रिटेन और जर्मनी के विदेश मंत्रियों के साथ हुई बैठक के बाद सामने आई है. इससे पहले दिन में, ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड कैमरन और जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक इजराइल पहुंचे थे. रिपोर्ट के अनुसार जर्मनी और ब्रिटेन ने इजराइल से संयम बरतने की अपील की है और चेतावनी दी है कि ईरान के साथ किसी भी तरह अतिरिक्त प्रत्यक्ष शत्रुता मध्य पूर्व को जंग में झोंक सकती है.
हालांकि, अब नेतन्याहू की जो टिप्पणी सामने आई है वो जर्मनी और ब्रिटेन की ओर से की अपील के खिलाफ नजर आती है. कैबिनेट बैठक में इजराइल के पीएम ने कहा कि जर्मनी और ब्रिटेन के नेताओं ने सभी प्रकार के सुझाव और सलाह दिए हैं. जिसकी हम सराहना भी करते हैं, लेकिन इजराइल अपने निर्णय स्वयं लेगा और अपनी रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगा.
इजराइल में पत्रकारों से बात करते हुए डेविड कैमरन ने कहा कि यह स्पष्ट था कि इजराइल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई होगी. वहीं, एनालेना ने ईरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की इजराइल की योजना पर आपत्ति जताई. हालांकि, उन्होंने कहा कि जर्मनी और इजराइल एक साथ हैं और पूरी तरह से एकजुट हैं.
उन्होंने आगे कहा कि ईरान और उसके प्रतिनिधियों, जैसे हिजबुल्लाह या हौथिस को आग में तेल डालने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. ईरान को इसका गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे क्योंकि यूरोपीय संघ तेहरान के खिलाफ और प्रतिबंध लगाने पर काम कर रहा है.
बता दें कि पिछले दिनों ईरान ने इजराइल पर ड्रोन और बैलेस्टिक मिसाइलों से हमला बोल दिया था. हालांकि, इजराइल ने दावा किया था उसने ईरान के 99 फीसदी हमलों को हवा में ही ध्वस्त कर दिया था. ईरान की ओर से किए गए हमलों के बाद ब्रिटेन, जर्मनी समेत कई देश इजराइल के समर्थन में खड़े हो गए हैं.