विधानसभा चुनाव के साल में गुजरात में सियासी माहौल जम गया है । कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद पार्टी पर जमकर हमला बोला है । हार्दिक पटेल ने १९ अप्रैल को अहमदाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर नस्लवाद और गुजरात विरोधी होने का आरोप लगाया । हार्दिक के सनसनीखेज आरोपों का जवाब देने जिग्नेश मेवाणी सामने आ गए हैं । इस तरह एक समय दोस्त रहे हार्दिक और जिग्नेश अब स्पष्ट रूप से राजनीतिक दुश्मन बन गए हैं ।
हार्दिक पटेल के आरोप ‘कांग्रेस की मानसिकता गुजरात विरोधी है’ के जवाब में मेवाणी ने कहा – कांग्रेस को गुजरात विरोधी पार्टी कहना ठीक नहीं है । मेवाणी ने आगे कहा कि आपको पार्टी के कुछ लोगों से आपत्ति हो सकती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि पूरी पार्टी को ही गुजरात का विरोधी बता दिया जाए । हार्दिक ने राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा था कि दिल्ली में बैठे गुजरात के नेता कान लगाने का काम कर रहे हैं । राहुल गांधी जब गुजरात आते हैं तो उनके सामने गुजरात के मुद्दों पर चर्चा नहीं करते, बल्कि कमरे में बैठकर सोचते हैं कि आज राहुल गांधी को कौन सा चिकन सैंडविच दिया जाए? हार्दिक के इस आरोप के जवाब में मेवाणी ने कहा – इस्तीफा देते समय क्या चिकन-सैंडविच दलील का मुद्दा हो सकता है?
हार्दिक ने कहा कि कांग्रेस केवल गुजरात के लोगों को दयनीय बनाने की कोशिश कर रही है । मैंने अपने जीवन के ३ साल कांग्रेस में बर्बाद किए हैं । वहीं, इसके जवाब में मेवाणी ने कहा, ‘क्या आप राहुल गांधी को टारगेट करते हैं? वह आदमी जिसने तुम्हें प्यार-सम्मान दिया । जिस व्यक्ति के जरिए आपकी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व तक पहुंच थी, मेरी नहीं । २६-२७ साल की उम्र में उन्होंने आपको कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया, आपको लाड़-प्यार किया, आपको स्टार प्रचारक बनाया । इन सबके बावजूद अगर आपकी छोटी सी मांग पूरी नहीं होने के कारण पार्टी में नहीं रहना चाहते तो गरिमा के साथ विदाई ले सकते थे है । अल्पेश ठाकोर ने भी कांग्रेस छोड़ी, लेकिन अपनी गरिमा को कायम रखा । पाटीदारों को दिए गए आरक्षण का जिक्र करते हुए हार्दिक ने कहा था, ‘आंदोलन के दौरान भाजपा सरकार पुलिस को मार रही थी ।’ तब कांग्रेस पार्टी ने क्या किया? इसके जवाब में मेवाणी ने कहा कि गुजरात की भाजपा सरकार ने पाटीदार समुदाय को आरक्षण दिलाने का भरोसा दिलाया था । आंदोलन में पाटीदार समाज ने अपने १४ युवाओं को खो दिया । तुम्हारे खिलाफ ३२ झूठे मुकदमे करवाए । यह सब भाजपा सरकार ने ही किया । लेकिन, अब आप उसी से प्यार क्यों दिखा रहे हो?
हार्दिक ने कहा था – आप कहीं न कहीं विचारधारा से समझौता कर रहे हैं । कांग्रेस को सिर्फ अडाणी और अंबानी से ही दिक्कत क्यों है? सालों से उन्हें निशाना बनाया जा रहा है । इसके जवाब में मेवाणी ने कहा कि मुझ तो फिलहाल यह समझ नहीं आ रहा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आपको अचानक अडाणी और अंबानी से कैसे प्रेम हो गया । मतलब साफ है कि आप ही अपनी विचारधारा से समझौता कर रहे हैं ।
हार्दिक पटेल के कांग्रेस को नस्लवादी पार्टी बताने के मुद्दे पर मेवाणी ने कहा – ‘जब आप तीन साल कांग्रेस में और शीर्ष नेतृत्व में थे तो कोई आपत्ति नहीं थी ।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए हार्दिक ने कहा था कि – पार्टी को चिंतन नहीं, चिंता करनी चाहिए । इसके जवाब में मेवाणी ने कहा – हम चिंता भी करेंगे और चिंतन भी करेंगे । आप अपनी भाषा पर नियंत्रण रखें ।