14 फरवरी के बाद पूरे देश में और एक दल में राष्ट्र भक्ति का क्या जूनून था, क्या खुमार था क्या सुमार सा था। जैसे ही चुनाव खत्म सैन्य-राष्ट्र भक्ति का जूनून समंदर में लहरे कैसे सररर करते दूर चली जाती है वैसे ही खुमार उतर गया हो ऐसे सरकार ने विकलांग फौजीयौं को मिलती पैन्शन और अन्य आय पर टैक्स वसूलने का प्रावधान किया है बजट में….! विकलांग फौजी कौन होता है….? जिसे ड्युटी के दौरान गोली लगी हो या देश की रक्षा करते करते कीसी वजह से शरीर को नुकशान उठाना पडा हो उस फौजी को विकलांग की सूचि में डाल कर उनसे कोइ भी टैक्स नहीं लेना की नीति थी। लेकिन 5 ट्रीलीयन डालर की मंशा वाले बजट में अब विकलांग फौजीयों से टैक्स लेने का निर्णय किया गया है। सरकार को आय कितनी होंगी…? कुल मिलाकर करीब 1 हजार करोड। 28 लाख के बजट में 1 हजार करोड की राशि तो कुछ भी नही। विकलांग फौजीयों से टौक्स लेना सरकार ने इसलिये निर्णय किया की सरकार को ढेर सारी शिकायतें मिली की इस टैक्स फ्री प्रावधान का गलत इस्तैमाल हो रहा है। इसलिये सभी के लिये टैक्स फ्री सुविधा बंध और टैक्स लेना शूरू…!
बात तो वही हो गइ की जो इसका गलत उपयोग कर रहा है उसे ढूंढ कर, (और ढूंढना क्या मुश्किल है क्या,) उसे सजा देने की बजाय सभी को गलत मान कर सभी विकलांग फौजीयों से टैक्स की वसूली करना कोइ समजदारी तो नही है। योगी ने कहा था की भारत की सेना मोदी की सेना है। पूर्व सेना अध्यक्ष और मंत्री वी. के. सिंग जो की अब मिडिया से काफी दूर रहते है, उन्होंने योगी की बात को गलत बताया था। मेरा परिवार तो मेरे फौजी है…..मेरी हर दिवाली फौजीयों के बीच गुजरती है…मेरे जवान के लिये मेरा सबकुछ कुरबान है, मेरे जवान की आलोचना करनेवाला देशद्रोही होगा….! ये सबकुछ कितना अच्छा लगता था 14 फरवरी के बाद..? लेकिन 300 मिलने के बाद फिर….? फौजी विकलांग है तो क्या हो गया… टैक्स तो देना ही होगा..! हमरी तिजोरी तो भरनी ही होगी..! मसलन हुआ ये की बाथटब के साथ बेबी को भी फेंक देना। जो गलत उपयोग कर रहा है टैक्स फ्री यौजना का उसे तो हम क्या पकडे, लेकिन सभी विकलांग फौजी के लिये अब कोइ कर मुक्त योजना नही….नही।
पूर्व सैनिको द्वारा सरकार से गुहार लगाइ गइ की सभी को एक ही लकडी से हांकना ठीक नही। लेकिन सुने कौन…? 300 से ज्यादा मीली है और अब अपर हाउस में भी हाथ अपर यानी उपर ही रहनेवाला है तब किसका फौजी….किसका मौजी…मैं तो हु मनमौजी…जो. जी में आये वो करूंगी….! क्या यही मानसिक्ता होती है….? क्या कोइ जानबुझ कर विकलांग बनता है क्या…? और ऐसा कुछ हो रहा हो तो इसकी जांच करवानी चाहिये। दोषितो को सजा देना चाहिये। लेकिन करे कोइ और भुगते कोइ….की नीति ठीक है क्या….? मैडमजी, वीलफुल डिफोल्टर इतने सारे टैक्स का पैसा लेकर भाग गये या मौज कर रहै की उनके नाम जाहिर करने से भी आरबीआई गभराती है और कहती है- नही….नही…उनके नाम सार्वजनिक करने से देश में भूचाल सा आ जायेगा…देश बर्बाद हो जायेगा….तबाह हो जायेगा..! यदि इन से वसूली करे तो बजट में कोइ कर डालना ही ना पडे। लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्यवाई नही। और विकलांग फौजी से टैक्स वसूलना हौ तो देखो सरकार की तेज चाल….मानो सभी विकलांग फौजी भाग जायेंगे…..? विकलांग फौजी को मिलनेवाली टैक्स फ्री सुविधा का गलत और गैर कानूनी उपयोग करनेवालों के खिलाफ कडे कदम उठायें सरकार और ये सुविधा विकलांग फौजीयों के और उनके परिवार के लिये जारी रखे। सरकार को इस सुविधा से कर में जो घाटा होता है वह सरकार के एक इशारे पर कोइ भी कार्पोरेट कंपनी सामाजिक उत्तरदायीत्व के तहत दे सकती है….! लेकिन कृपया, विकलांगो को और विकलांग न करे 14 फरवरी के बाद फौजीओ पर मर मिटनेवाले…! ये विकलांग दया नहीं अपना हक्क चाह रहे है। कीसी को मोहताज नही। ताज तो आज है कल नही…देश का सिपाही कायम है..! विकलांग जवानो के जज्बे को सलाम….!
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