स्वतंत्रता की चलाई आंधी
नाम था उसका मोहन गाँधी
जनता की उसने बनाई कुमक
दांडी से उसने उठाया नमक
कस्तूरबा से करवाया श्रम
अहमदाबाद में बनाया आश्रम
बचपन में चबाये चने
इंग्लैंड जाकर बेरी स्टार बने
स्वतंत्रता की ज्योति जलाई
हिंदुस्तान को आजादी दिलाई
अंग्रेज को दिखलाया डंडा
फहराया राष्ट्र का पताका
अंग्रेज ने करवाई हिंसा
गांधीजी ने अपनाई अहिंसा
अहिंसा का वह नारा लगवाया
भारतीयओको खादी पहनाया
अछूतो को बनाया परिजन
नाम अनुपम दिया मेरे हरिजन
बापू बन गया उसका नाम
किया जो उसने देश का काम
खिल उठा धरती और गगन
गुलाब चंद करे उनको नमन
गुलाब चंद पटेल
कवि लेखक अनुवादक
नशा मुक्ति अभियान प्रणेता
गुजरात गांधीनगर